कुणाल सिंह: 24 अक्टूबर 2025 को आयोजित भव्य सदानीरा महोत्सव में भोजपुरी सिनेमा के मशहूर अभिनेता कुणाल सिंह को लोक भाषा भोजपुरी में अभिनय के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए ‘पंडित शर्मानंद देहाती लोक सम्मान-2025’ से अलंकृत किया गया है. यह सम्मान गंगा महासभा के सचिव आदरणीय जीतेन्द्रानन्द सरस्वती जी के कर कमलों द्वारा दिया गया। चंपारण के भरवलिया गांव में जन्मे पंडित शर्मानंद देहाती प्रसिद्ध रामकथा वाचक और लोक गायक थे। उन्होंने जीवन भर ग्रामीण समाज के सांस्कृतिक और शैक्षिक विकास के लिए काम किया। उनका स्पष्ट मत था कि “शिक्षा हर विकास की नींव है।” 27 अप्रैल 2021 को उन्होंने अपना शरीर त्याग दिया और परमधाम की यात्रा की। उनकी स्मृति और लोक संस्कृति की विरासत को जीवित रखने के उद्देश्य से वर्ष 2023 में ‘पंडित शर्मानंद देहाती लोक सम्मान’ की शुरुआत की गई, जो हर साल उस शख्सियत को दिया जाता है जिसने लोक भाषा, लोक कला या लोकगीत के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान दिया हो।
भोजपुरी संस्कृति को वैश्विक पहचान दिलाई
इसी क्रम में वर्ष 2023 में यह सम्मान भोजपुरी लोक गायन के प्रणेता भरत शर्मा व्यास को दिया गया और वर्ष 2024 में यह सम्मान भोजपुरी लोक भाषा के विश्वकोश कहे जाने वाले प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. ब्रजभूषण मिश्र को दिया गया. इस साल चयन समिति ने सर्वसम्मति से अभिनेता कुणाल सिंह को इसके लिए चुना. भोजपुरी सिनेमा के माध्यम से उन्होंने न केवल भोजपुरी संस्कृति को वैश्विक पहचान दिलाई बल्कि करोड़ों भोजपुरी भाषियों के लिए गौरव और सम्मान का प्रतीक बनकर लोकभाषा की प्रतिष्ठा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
भोजपुरी की समग्र सांस्कृतिक चेतना का सम्मान – जलज कुमार
कार्यक्रम के दौरान सदानीरा महोत्सव के महासचिव और पंडित शर्मानंद देहाती जी के पुत्र युवा साहित्यकार जलज कुमार अनुपम ने कहा कि यह सम्मान सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं बल्कि लोकभाषा भोजपुरी की संपूर्ण सांस्कृतिक चेतना का सम्मान है. कुणाल सिंह जी ने अपना जीवन भोजपुरी सिनेमा को समर्पित कर दिया है. उनकी निष्ठा, प्रतिबद्धता और सांस्कृतिक सरोकार प्रेरणा का स्रोत हैं। हमें गर्व है कि इस वर्ष यह सम्मान एक ऐसे व्यक्तित्व को मिला जो भोजपुरी अस्मिता का शिखर है।
उन्होंने यह भी बताया कि, “हम अपने गांव में पंडित शर्मानंद देहाती जन पुस्तकालय शुरू करने की दिशा में काम कर रहे हैं, ताकि गांव के युवाओं में ज्ञान और संस्कृति के प्रति रुचि बढ़े. यह पुस्तकालय जन जागरूकता का केंद्र बनेगा और इसे जल्द ही शुरू किया जाएगा.” इस अवसर पर उपस्थित कला, साहित्य एवं संस्कृति जगत के कई विशिष्ट अतिथियों ने अभिनेता कुणाल सिंह को सम्मान मिलने पर हार्दिक बधाई दी तथा पंडित शर्मानंद देहाती की जनसेवा एवं सांस्कृतिक विरासत को नमन किया.


 
                                    


