65 नयी चलित इकाइयों के माध्यम से फल, सब्जी और आलू नदी पार इलाकों तक पहुंचाये जा रहे
प्रतिनिधि, जलगाईगुड़ी/हुगली
उत्तर बंगाल के चार जिलों दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार में बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में कृषि विपणन विभाग ने राहत कार्यों को तेज कर दिया है. विभाग ने सुफल बांग्ला की 65 नयी चलित इकाइयां शुरू की हैं, जो दुर्गम और नदी पार इलाकों में फल, सब्जी, आलू और प्याज पहुंचा रही हैं.
राज्य के कृषि विपणन मंत्री बेचाराम मन्ना ने गुरुवार को जलपाईगुड़ी में बताया कि पहले से इन जिलों में सुफल बांग्ला की 100 इकाइयां कार्यरत थीं. बाढ़ और धसान के कारण कई जगह संपर्क बाधित हो गया था, जिसके बाद 65 नयी मोबाइल इकाइयां शुरू की गयीं. इसके अलावा, विभाग नियंत्रित बाजार समितियों के माध्यम से राहत सामग्री भी लगातार भेज रहा है.अब तक विभिन्न राहत शिविरों में हुगली और आसपास से 643 क्विंटल आलू और 150 क्विंटल प्याज पहुंचाये जा चुके हैं. सिलिगुड़ी नियंत्रित बाजार से दार्जिलिंग के प्रभावित इलाकों में 24,000 किलो आलू और सब्जियां तथा कालिम्पोंग के लिए 17,000 किलो आलू भेजा गया है.
अलीपुरद्वार नियंत्रित बाजार समिति ने जिले के राहत शिविरों में 1,100 पैकेट राहत सामग्री वितरित की है. जलपाईगुड़ी जिले के नागराकाटा ब्लॉक के बामनडांगा और टोंडू गांवों में सुफल बांग्ला की दो चलित इकाइयां लगायी गयी हैं. पुल टूट जाने के कारण विभाग के कर्मचारी नाव के माध्यम से इन इलाकों में सब्जियां और फल पहुंचा रहे हैं, जो न्यायसंगत मूल्य पर उपलब्ध हैं.
अलीपुरद्वार में पहले से 20 इकाइयां थीं, अब 30 नयी चलित इकाइयां शुरू की गयीं हैं. जलपाईगुड़ी में नौ स्थायी इकाइयों के अलावा 14 नयी मोबाइल इकाइयां, दार्जिलिंग में 12, कालिम्पोंग में चार और कूचबिहार जिले के माथाभांगा इलाके में पांच नयी इकाइयां शुरू की गयी हैं. मंत्री बेचाराम मन्ना ने कहा कि विभाग की टीमें लगातार प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री पहुंचा रही हैं. जहां सड़क मार्ग नहीं है, वहां नाव के जरिये सब्जियां और फल वितरित किये जा रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि उत्तर बंगाल के सभी बाढ़ और धसान प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति नियमित रूप से जारी है.
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