Diwali Muhurat Trading: दिवाली के मौके पर 21 अक्टूबर 2025 को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में मुहूर्त ट्रेडिंग होगी. अगर आप भी इस दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान शेयर खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको पहले से इस बात की जानकारी रख लेनी चाहिए कि किस कंपनी के शेयर खरीदने से फायदा होगा. भारत की दिग्गज ब्रोकरेज फर्म कोटक सिक्योरिटीज ने इस दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग के अवसर पर सम्वत 2082 के लिए अपने टॉप स्टॉक टिप्स जारी किए हैं. कंपनी का मानना है कि आने वाले महीनों में भारतीय बाजारों में सावधानी के साथ तेजी देखी जा सकती है.
कैसा रहा सम्वत 2081 का प्रदर्शन?
कोटक सिक्योरिटीज की ओर से जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, सम्वत 2081 भारतीय शेयर बाजार के लिए कमजोर रहा. इस अवधि में निफ्टी और बीएसई सेंसेक्स दोनों ने क्रमशः 21,750 और 71,500 के निचले स्तर को छुआ और साल भर में लगभग 1.5% की गिरावट दर्ज की. निफ्टी मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स ने भी क्रमशः 5.6% और 5.4% की गिरावट दिखाई. हालांकि, इस दौरान बैंक निफ्टी (7.2% से अधिक) और ऑटो सेक्टर (0.5%) बेहतर प्रदर्शन करने में सफल रहे. सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वाले सेक्टरों में आईटी (-20.5%), एफएमसीजी (-13.3%), रियल एस्टेट (-16.8%), यूटिलिटीज (-18.5%), और कंज्यूमर ड्यूरेबल (-12.2%) शामिल रहे.
विकसित अर्थव्यवस्थाओं की स्थिति
अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती शुरू हो चुकी है, लेकिन फेडरल रिजर्व सतर्क रुख बनाए हुए है. वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में अमेरिका की वृद्धि धीमी रहने की उम्मीद है. हालांकि, उपभोक्ता आय में सुधार से मंदी से बचाव संभव है. यूरोप में व्यापार नीतियों की अनिश्चितता बनी हुई है, जबकि 2025 के अंत और 2026 की शुरुआत में मामूली वृद्धि की संभावना है.
चीन में व्यापारिक अनिश्चितता और रियल एस्टेट क्षेत्र की कमजोरी अब भी चिंता का विषय है. हालांकि, तकनीकी नवाचारों (जैसे डीपसीक) से वहां उम्मीदें बनी हुई हैं.
घरेलू कारक और आर्थिक स्थिति
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए कई कदम उठाए हैं. आयकर स्लैब में राहत, जीएसटी में छूट, सामान्य मानसून और ग्रामीण आय में सुधार ने उपभोग को बढ़ावा दिया है. ब्रेंट क्रूड 65 डॉलर प्रति बैरल पर स्थिर है और अगस्त 2025 की उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) मुद्रास्फीति 2.1% पर है, जो अर्थव्यवस्था के लिए अनुकूल संकेत हैं. इसके साथ ही, एसएंडपी की ओर से भारत की क्रेडिट रेटिंग अपग्रेड (बीबीबी- से बीबीबी) किए जाने से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है. भारत की वित्त वर्ष 2025-26, 2026-27 और 2027-28 में 6.5% रहने की उम्मीद है.
सम्वत 2082 के लिए कोटक सिक्योरिटीज का विजन
कोटक सिक्योरिटीज का मानना है कि सम्वत 2082 में भारतीय बाजार सावधानीपूर्वक तेजी दिखा सकते हैं. कंपनी को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2026-27 में निफ्टी 50 की आय में 18% की वृद्धि होगी, जबकि वित्त वर्ष 20228 में 14.3% की दर से वृद्धि होगी. हालांकि, वैश्विक घटनाएं अब भी जोखिम पैदा कर सकती हैं. आय में अच्छे ग्रोथ और स्थिर मैक्रो इंडिकेटर्स बाजार के लिए सहारा बन सकते हैं, जबकि हाई वैल्यूएशन और ग्लोबल हेडविंड्स बाजार की सीमा तय कर सकते हैं.
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टॉप के इन स्टॉक्स में लगा सकते हैं पैसा
- अदाणी पोर्ट्स: कोटक सिक्योरिटीज ने सम्वत 2082 के लिए जिन प्रमुख शेयरों की सिफारिश की है, उनमें अदाणी पोर्ट्स एंड सेज टॉप पर शामिल है. इसके स्टॉक के लिए 1900 रुपये का टारगेट प्राइस रखा गया है और इसे बाय रेटिंग दी गई है. कंपनी पूर्वी तट पर तेजी से विकास कर रही है और वित्त वर्ष 2028-29 तक 11,400 करोड़ रुपये राजस्व और 2,800 करोड़ रुपये ईबीआईटीडीए हासिल करने का अनुमान है.
- एक्यूटास केमिकल: कोटक सिक्योरिटीज की लिस्ट में एक्यूटास केमिकल दूसरे नंबर पर आता है. इसे भी बाय रेटिंग मिली है, जिसका टारगेट प्राइस 1780 रुपये है. कंपनी स्पेशियलिटी केमिकल और फार्मा इंटरमीडिएट में मजबूत वृद्धि दिखा रही है और वित्त वर्ष 2026 तक 25% राजस्व वृद्धि व बेहतर मार्जिन की उम्मीद है.
- क्यूमिन्स इंडिया: ब्रोकरेज फर्म कोटक सिक्योरिटीज ने क्यूमिन्स इंडिया (केकेसी) को एड रेटिंग दी गई है, जिसका टारगेट 4400 रुपये तय किया गया है. कंपनी पावर जेनरेशन सेगमेंट में 14-15% सीएजीआर की उम्मीद के साथ वित्त वर्ष 2026-28 के दौरान स्थिर लाभप्रदता बनाए रखने की संभावना रखती है.
- ब्लिंकइट: इटरनल (ब्लिंकइट) को बाय रेटिंग और 375 रुपये का टारगेट प्राइस मिला है. इसकी उपस्थिति 750 शहरों में है, जो स्विगी से आगे है और वित्त वर्ष 2026 की दूसरी छमाही तक ईबीआईटीडीए ब्रेकईवन की उम्मीद जताई गई है.
- आईसीआईसीआई बैंक: आईसीआईसीआई बैंक को भी बाय रेटिंग और 1700 रुपये का टारगेट मिला है. बैंक का राजस्व आय 18% है. पीबीटी में मजबूत वृद्धि देखी जा रही है और एसेट क्वालिटी स्वस्थ बनी हुई है.
- महिंद्रा एंड महिंद्रा: महिंद्रा एंड महिंद्रा को भी ब्रोकरेज फर्म की ओर से बाय रेटिंग और 4000 रुपये का टारगेट दिया गया है. कंपनी ट्रैक्टर, एसयूवी और एलसीवी सेगमेंट में नेतृत्व बनाए हुए है और वित्त वर्ष 2026 में एसयूवी सेगमेंट में मिड-हाई टीन ग्रोथ की उम्मीद है.
- रिलायंस इंडस्ट्रीज: रिलायंस इंडस्ट्रीज को एड रेटिंग और 1555 रुपये का टारगेट प्राइस दिया गया है. कंपनी वित्त वर्ष 2022-27 के बीच ईबीआईटीडीए को दोगुना करने, एफएमसीजी बिजनेस से 1 लाख करोड़ रुपये के राजस्व लक्ष्य और मेटा-गूगल क्लाउड के साथ साझेदारी के जरिए टेक्नोलॉजी-आधारित विस्तार की दिशा में आगे बढ़ रही है.
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