Taliban Capture Pakistani Tanks: अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा पर पिछले हफ्ते से बढ़ते तनाव ने बुधवार को एक नया मोड़ लिया. तालिबान ने दावा किया कि उन्होंने पाकिस्तानी टैंकों और चौकियों पर कब्जा किया है. अफगानिस्तान की सड़क पर टैंक चलते हुए एक वीडियो भी जारी किया गया है, जिसे तालिबान ने अपने कब्जे का प्रमाण बताया.
Taliban Capture Pakistani Tanks: कंधार में नागरिकों की मौत और जवाबी कार्रवाई
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने X पर कहा कि पाकिस्तानी सेना ने बुधवार सुबह कंधार के स्पिन बोल्डक जिले में हमले किए. इन हमलों में कम से कम 12 नागरिक मारे गए और 100 से अधिक घायल हुए. मुजाहिद ने दावा किया कि जवाबी कार्रवाई में तालिबान ने कई पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया और उनकी चौकियों व हथियारों पर कब्जा किया, जिसमें टैंक भी शामिल हैं. हालांकि, प्रभात खबर इस बात की स्वतंत्र पुष्टि नहीं कर सका कि यह वीडियो वास्तव में उसी टैंक का है या नहीं. नीचे ये वीडियो देख सकते हैं.
جوابی کارروائی میں متعدد پاکستانی جارح فوجی ہلاک ہوئے، ان کی چوکیاں اور مراکز قبضے میں لیے گئے، اسلحہ اور ٹینک افغان فورسز کے ہاتھ لگے، اور ان کے زیادہ تر فوجی تنصیبات تباہ کر دی گئیں۔
تاہم مجاہدین بلند حوصلے کے ساتھ اپنے وطن، حریم اور عوام کے دفاع کے لیے تیار ہیں۔ pic.twitter.com/YNSqPoSwGG— Zabihullah (..ذبـــــیح الله م ) (@Zabehulah_M33) October 15, 2025
दो मोर्चों पर झड़पें
सीएनएन और न्यूज 18 के अनुसार, बुधवार को झड़पें उत्तर और दक्षिण दोनों मोर्चों पर हुईं. पहली उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के ओरकजई जिले के गिलजो इलाके में तालिबान इकाइयों ने महमूदजई चौकी पर हमला किया. इसमें कम से कम छह पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और दूसरी बलूचिस्तान के चमन जिले और अफगानिस्तान के स्पिन बोल्डक में भारी तोपखाने की गोलाबारी हुई, जिससे पाकिस्तानी चौकियां और क्षेत्रीय संचार प्रणाली प्रभावित हुई. बताया गया कि वायरलेस और क्षेत्रीय नेटवर्क प्रभावित होने से सुरक्षा इकाइयों के बीच समन्वय बाधित हुआ है.
काबुल विस्फोटों के बाद खुला संघर्ष
तालिबान-पाकिस्तान संबंधों में लंबे समय से तनाव था, लेकिन पिछले हफ्ते काबुल में हुए विस्फोटों के बाद यह तनाव खुला संघर्ष बन गया. तालिबान ने इन विस्फोटों के लिए पाकिस्तानी हवाई हमलों को जिम्मेदार ठहराया और इसके जवाब में डूरंड रेखा के पार पाकिस्तानी सेना पर हमले शुरू किए. तालिबान ने दावा किया कि इन हमलों में उन्होंने 58 पाकिस्तानी सैनिक मारे, 30 घायल किए और 20 चौकियां नष्ट कीं. डूरंड रेखा को तालिबान लंबे समय से अफगानिस्तान-पाकिस्तान की सीमा नहीं मानता. टोलो न्यूज के अनुसार, झड़पों का पिछला दौर शनिवार तक जारी रहा और कतर तथा सऊदी अरब के हस्तक्षेप के बाद समाप्त हुआ था.
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