बरेली, अमृत विचार। इस बार दिवाली पर बाजारों में खूब रौनक रही. आभूषण, ऑटोमोबाइल, रियल एस्टेट, मिठाई, सूखे मेवे, बर्तन, उपहार और आतिशबाजी की जमकर बिक्री हुई। कारोबार विशेषज्ञों के मुताबिक धनतेरस, छोटी दिवाली और बड़ी दिवाली समेत तीन दिनों में 1500 करोड़ रुपये की खरीदारी हुई. पिछले साल की तुलना में इस बार कारोबार में करीब 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी में कटौती का असर बाजार पर भी दिखा. जहां ग्राहकों ने अपने घरों को सजाने के लिए खूब सामान खरीदा। प्रियजनों को देने के लिए उपहार सामग्री भी खरीदी। ऑटोमोबाइल और रियल एस्टेट सेक्टर में भी अच्छी बिक्री देखी गई। सोने-चांदी की भी रिकॉर्ड खरीदारी हुई। ऐसे में दिवाली का त्योहार न सिर्फ लोगों के चेहरे पर मुस्कान लेकर आया बल्कि व्यापारियों को भी मुनाफा कमाने का अच्छा मौका दिया. कहा- इस बार की दिवाली व्यापारियों के लिए बहुत अच्छी रही और उन्हें उम्मीद है कि आने वाले समय में भी बाजार इसी तरह का रहेगा।
कपड़ा व्यवसायी दर्शन लाल भाटिया ने बताया कि इस बार बाजार में अच्छी तेजी आयी है. कारोबार उम्मीदों से बढ़कर रहा. सराफा कारोबारी विनोद वर्मा ने बताया कि पहले धनतेरस, फिर दिवाली और फिर बड़ी दिवाली के दिन लोगों ने देर रात तक सोने-चांदी के आभूषण खरीदे। मिठाई कारोबारी अमित आहूजा ने बताया कि वैसे तो ज्यादातर लोग दिवाली और भैया दूज पर मिठाइयां खरीदते थे, लेकिन इस बार बड़ी दिवाली पर ही जमकर बिक्री हुई है. मिठाइयों के साथ-साथ लोगों ने ड्राई फ्रूट्स के गिफ्ट पैक भी खरीदे हैं।
पटाखों की बिक्री ने बनाया रिकॉर्ड
पिछले साल दिवाली पर करीब 35 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था, लेकिन इस साल यह आंकड़ा 40 करोड़ को पार कर गया है. उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रांतीय महासचिव राजेंद्र गुप्ता के मुताबिक कारोबार बढ़ने का एक कारण पिछले साल से कम कीमतें और दूसरा कारण त्योहार को खुशी से मनाने के लिए जेब की परवाह न करना। कई व्यापारियों ने अधिकतम खुदरा मूल्य से अधिक कीमत पर पटाखे बेचे।



