हरिहरगंज/पलामू. थाना क्षेत्र के सलैया पंचायत अंतर्गत पचमो गांव निवासी उदय साव के 12 वर्षीय पुत्र नीरज कुमार का शव लापता होने के नौ दिन बाद झारखंड-बिहार सीमा से सटे गया जिले के डुमरिया थाना क्षेत्र में बरामद किया गया.
शव मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गयी, वहीं पचमो गांव में मातम का माहौल है. आप यह खबर झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। आपको बता दें कि नीरज 12 अक्टूबर की दोपहर करीब तीन बजे मझिगावां बाजार गया था, जो उसके घर से करीब एक किलोमीटर दूर है.
इसके बाद वह वापस नहीं लौटा। परिजनों ने पहले खुद ही खोजबीन की, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला तो स्थानीय थाने में गुमशुदगी की सूचना दर्ज करायी गयी. सोमवार शाम करीब चार बजे पुलिस को गया जिले के शिल्डिलिया और बेला गांव के बीच स्थित जंगल-पहाड़ी इलाके में एक शव मिलने की सूचना मिली. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की पहचान नीरज कुमार के रूप में की.
पथरा ओपी प्रभारी मंटू कुमार ने बताया कि मृतक के हाथ-पैर बंधे हुए थे और शव को पेड़ के नीचे दो बड़े पत्थरों के बीच छिपाकर रखा गया था, जिससे हत्या की आशंका है. शव को पोस्टमार्टम के लिए गया मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है. वहीं, पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाया जा रहा है.
परिजनों में हंगामा मच गया और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया गया.
पुलिस की कार्यशैली को लेकर मृतक के परिजनों और ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. लोगों का कहना है कि अगर पुलिस सक्रियता और संवेदनशीलता से काम करती तो शायद समय रहते नीरज को बचाया जा सकता था या कम से कम उसका शव सुरक्षित हालत में बरामद होता.
ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है, ताकि दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा मिले और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.