लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। कोतवाली सदर पुलिस, सर्विलांस और स्वाट टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए सोमवार को अंतरजनपदीय नकबजनी गिरोह का पर्दाफाश कर तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से करीब 12 लाख रुपये के आभूषण, नकदी और एक पिस्तौल बरामद करने का दावा किया है।
प्रशिक्षु आईपीएस सीओ सिटी विवेक तिवारी ने बताया कि पकड़े गए तीनों आरोपी कोतवाली धौरहरा के गांव नया पुरवा निवासी कमल पुत्र जमुना प्रसाद, धीरू पुत्र सरवन और पप्पू पुत्र सरवन हैं। यह गैंग खीरी और सीतापुर जिलों में सक्रिय था और अब तक कुल 09 नकबजनी की वारदातों को अंजाम दे चुका है. पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में पीली और सफेद धातु के आभूषण, नकदी और गिरोह के सरगना कमल से एक 12 बोर की पिस्तौल और कारतूस बरामद किए हैं।
बरामद सामान की कीमत करीब 12 लाख रुपये आंकी गई है। पुलिस ने गिरोह के सरगना के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत अतिरिक्त रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. प्रशिक्षु आईपीएस ने बताया कि कोतवाली सदर के प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम को इस कार्रवाई में सफलता मिली. कार्रवाई में स्वाट टीम प्रभारी जयप्रकाश यादव, चौकी प्रभारी सुनील तिवारी, रजनीश त्रिपाठी, उपनिरीक्षक डिंपल कुमार व सर्विलांस सेल के पुलिसकर्मी शामिल रहे। पुलिस का कहना है कि गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है और आगे भी ऑपरेशन जारी रहेगा.
फूट-फूटकर रोया आरोपी, सवालों में घिरी पुलिस
शहर कोतवाली पुलिस ने भले ही कोतवाली सदर और फूलबेहड़ में दर्ज चोरी की कुल नौ घटनाओं का खुलासा कर दिया हो, लेकिन खुलासे के दौरान खुद को बेकसूर बताने और मीडिया के सामने फूट-फूटकर रोने वाले आरोपियों ने पुलिस के इस खुलासे पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सवालों को इस बात से भी बल मिल रहा है कि बरामद माल नया लग रहा था। हालांकि, पुलिस का दावा है कि गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ सीतापुर, लखीमपुर सदर और फूलबेहड़ थाने में सात से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं और तीनों शातिर अपराधी हैं.