मुख्य पूजा सामग्री
गाँय का गोबर – गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाना
मिट्टी के दीये – पूजा और दीपदान के लिए
घी – दीपक जलाने और अगरबत्ती चढ़ाने में
रुई या बाती – दीपक बाती के लिए
गंगाजल या शुद्ध जल – छिड़काव और कोटिंग के लिए
आम के पत्ते- फूलदान की सजावट के लिए
नारियल – फूलदान पर स्थापित करने के लिए
पान – कलश एवं पूजन सामग्री में उपयोगी
सिक्के या मुद्रा – समृद्धि का प्रतीक
अन्नकूट एवं भोग सामग्री
कच्चे चावल
गेहूँ
दूध, दही, घी
गुड़ और मिश्री
फल – जैसे केला, सेब, अनार
सूखे मेवे – काजू, बादाम, किशमिश आदि।
मिठाइयाँ – लड्डू, पेड़ा, खीर आदि।
56 विविध भोग सामग्री – जितना संभव हो उतना भोग तैयार करें
अतिरिक्त पूजा सामग्री
लाल कपड़ा- पूजा स्थल पर बिछाने के लिए
पंचामृत – दूध, दही, घी, शहद, चीनी से बना मिश्रण
कपूर- आरती में प्रयोग हेतु
धूपबत्ती/अगरबत्ती
फूल (गेंदा)
फूलों की माला
तुलसी पत्र – श्री कृष्ण को अर्पित करना
रोली, हल्दी, अक्षत (चावल)
पान के पत्ते और लौंग – पूजा और आरती में
घंटा या घंटी – पूजा के दौरान उपयोगी
सजावट एवं दीपदान का सामान
रंगोली के रंग या फूलों की पंखुड़ियाँ
मिट्टी या धातु के लैंप (कम से कम 21)
दीपदान थाली
बंदनवार (आम या अशोक के पत्तों से बना) – दरवाजे की सजावट के लिए
अन्य आवश्यक वस्तुएँ
गाय का चारा/हरा चारा
कलश – पूजा के लिए
मिठाई, फल, दूध, दही, चावल, गुड़ आदि – जो पूजा और भोग दोनों के लिए आवश्यक हैं।
गोवर्धन पूजा 2025 (गोवर्धन पूजा तिथि 2025)
दिनांक- 22 अक्टूबर 2025, बुधवार
कारण – अमावस्या तिथि दो दिन दूर होने के कारण इस बार गोवर्धन पूजा बुधवार को होगी।
यह पूजा श्री कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने के उपलक्ष्य में की जाती है और यह प्रकृति के प्रति श्रद्धा का त्योहार है।