अहमदाबाद में आज दिवाली का पवित्र त्योहार पूरे शहर में धूमधाम से मनाया जा रहा है. शहर के मंदिरों में भगवान की विशेष पूजा-अर्चना की गयी. सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखी गई है. जब अति प्राचीन भद्रकाली मंदिर में नगर देवी की विशेष पूजा की गयी. नगरदेवी में दीपावली पर्व पर आज भद्रकाली का विशेष शृंगार किया गया।
भद्रकाली मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़
इस खास दिन पर भक्तों ने माता भद्रकाली के दर्शन का लाभ उठाया. इस प्राचीन मंदिर का एक भव्य इतिहास और सांस्कृतिक विरासत है। ऐसा कहा जाता है कि भद्रकाली मंदिर शहर में कम से कम 800 वर्षों से अधिक समय से अस्तित्व में है। आज भद्रकाली मंदिर में नगरदेवी की विशेष पूजा की गयी. आपको बता दें कि भद्रकाली मंदिर शहर के पूर्वी इलाके में स्थित है। भद्रकाली मंदिर अहमदाबाद का बहुत प्राचीन मंदिर है। हर साल नवरात्रि के दिनों, दिवाली त्योहार और अन्य विशेष दिनों के दौरान, भक्त भद्रकाली मंदिर में उमड़ते हैं।
भद्रमंदिर का इतिहास
यह भद्रकाली मंदिर नगरदेवी के नाम से भी प्रसिद्ध है। नगरदेवी का नाम नगरदेवी क्यों पड़ा, इससे जुड़ी एक प्राचीन मान्यता है। राजा कर्णदेव ने आशावल के भील राजा को हराकर साबरमती नदी के तट पर कर्णावती शहर की स्थापना की। पहले अहमदाबाद का नाम कर्णावती था। ES 1411 में, जब सम्राट अहमद शाह ने कर्णावती शहर में एक किला बनवाया जिसे भद्र किला के नाम से जाना जाने लगा। और इसी भद्र किले के पास एक मंदिर बनवाया गया। कहा जाता है कि मां भद्रकाली की कृपा से अहमदाबाद शहर में खुशहाली है. भद्र का किला और सिदी सैयद का किला अहमदाबाद की पहचान बन गए हैं, वहीं भद्रकाली माता का मंदिर भी देशभर में प्रसिद्ध है।