उपराष्ट्रपति पद के लिए 9 सितंबर को होने वाले चुनाव में एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है और विपक्षी समूह इंडिया ने पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है. इसका फैसला कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर गठबंधन नेताओं की बैठक में लिया गया.
प्रकाशित तिथि: मंगल, 19 अगस्त 2025 04:14:28 अपराह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: मंगलवार, 09 सितम्बर 2025 08:15:34 पूर्वाह्न (IST)
पर प्रकाश डाला गया
- उपराष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव में बी. सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया गया.
- सुदर्शन रेड्डी के नाम पर फैसला मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर लिया गया.
- बी सुरदर्शन रेड्डी का जन्म तेलंगाना के एक किसान परिवार में हुआ था।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति पद के लिए 9 सितंबर को होने वाला चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है. इसके लिए एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन को और विपक्षी ग्रुप इंडिया ने पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है.
सुदर्शन रेड्डी के नाम पर फैसला कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई बैठक में लिया गया. इस दौरान गठबंधन नेताओं ने संयुक्त उम्मीदवार उतारने पर चर्चा की. न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी (सेवानिवृत्त) का चार दशकों का एक प्रतिष्ठित कानूनी करियर रहा है।
कौन हैं सुदर्शन रेड्डी?
- बी. सुदर्शन रेड्डी का जन्म 8 जुलाई 1946 को तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले में एक किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने 1971 में उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद से कानून की डिग्री प्राप्त की।
- रेड्डी ने आंध्र प्रदेश बार काउंसिल में एक वकील के रूप में नामांकन कराया। इसके बाद उन्होंने आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में रिट और सिविल मामलों में प्रैक्टिस की।
- रेड्डी ने आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में रिट और सिविल मामलों का अभ्यास किया और 1988 और 1990 के बीच एक सरकारी वकील के रूप में कार्य किया।
- वह 1995 में आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश बने, 2005 में गौहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश नियुक्त हुए और 2007 में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश बने।
- जस्टिस रेड्डी मार्च 2013 में गोवा के पहले लोकायुक्त बने, लेकिन व्यक्तिगत कारणों से सितंबर 2013 में इस्तीफा दे दिया।