धनबाद न्यूज़: झारखंड राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यकारी निदेशक (ईडी) अबू इमरान ने शुक्रवार को एसएनएमएमसीएच और सदर अस्पताल का निरीक्षण किया. दोनों अस्पतालों के निरीक्षण के दौरान उन्हें कई खामियां मिलीं. दवाओं की कमी पाई गई। उन्होंने इस बात पर नाराजगी व्यक्त की कि ओपीडी और इनडोर में मरीजों को मुफ्त दवा नहीं मिल रही है और विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ मरीजों तक समय पर नहीं पहुंच रहा है. साथ ही दोनों अस्पतालों के प्रबंधन को कमियां दूर कर रिपोर्ट मुख्यालय को सौंपने का निर्देश दिया. एसएनएमएमसीएच में विभिन्न वार्डों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने मरीजों से बात की और चिकित्सा व्यवस्था की जानकारी ली. कई मरीजों ने अस्पताल में दवा नहीं मिलने की शिकायत ईडी से की. मरीजों द्वारा बाहर से खरीदी गयी दवाओं का मिलान करने पर पता चला कि कुछ दिन पहले ही अस्पताल प्रबंधन द्वारा दवाओं का स्टॉक सरेंडर कर दिया गया था. उन्होंने अधीक्षक सह प्रभारी प्राचार्य डॉ. डीके गिंदौरिया को बिना दवा की खपत के स्टॉक सरेंडर करने के मामले पर ध्यान देने की चेतावनी दी।
दोनों अस्पतालों में दवाओं की कमी पाई गई
निरीक्षण के दौरान दोनों अस्पतालों में दवाओं की कमी पायी गयी. आईडीआई अबू इमरान ने पाया कि दोनों अस्पतालों के ओपीडी और इनडोर में कोई दवा उपलब्ध नहीं थी। पूछताछ के दौरान उन्हें पता चला कि आपसी तालमेल की कमी के कारण दवाओं की कमी हो गयी है. इस मुद्दे पर उन्होंने आपस में समन्वय बनाकर दवाओं व अन्य सामानों का समय पर टेंडर सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
आवश्यक उपकरण व बिस्तर खरीदे जायेंगे
एसएनएमएमसीएच के निरीक्षण के दौरान आईडीआई अबू इमरान ने पाया कि विभिन्न विभागों में पुराने बेड लगे हैं। खासकर अस्पताल के सेंट्रल इमरजेंसी स्थित सर्जिकल आईसीयू में बेड की स्थिति खराब पायी गयी. एसआईसीयू में नर्सिंग स्टेशन की हालत देखकर उन्होंने तुरंत अस्पताल संचालन योजना की राशि से व्यवस्था में सुधार करने का निर्देश दिया। साथ ही जरूरी उपकरण और वेंटिलेटर की खरीद जल्द सुनिश्चित करने को कहा गया.
डॉक्टरों व कर्मियों की कमी जल्द होगी दूर : अबु इमरान
झारखंड राज्य स्वास्थ्य समिति के इदी अबू इमरान ने निरीक्षण के बाद कहा कि एसएनएमएमसीएच में डॉक्टरों की कमी जल्द ही दूर कर ली जायेगी. प्रदेश स्तर पर इसकी कवायद शुरू हो गई है। जो भी कमी है, उसे पूरा किया जायेगा. आने वाले समय में सुपर स्पेशलिटी में मरीजों को ओपीडी के साथ इनडोर सेवाएं भी मिलनी शुरू हो जाएंगी।
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