मंदसौर जिले के एक व्यक्ति को नशे से जुड़े मामले में झूठा फंसाने का आरोप लेकर आज पिपलिया मंडी और मल्हारगढ़ के कुछ लोग उप नारकोटिक्स आयुक्त कार्यालय नीमच पहुंचे। वहां उन्होंने विभाग के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की और गलत तरीके से फंसाये गये व्यक्ति को रिहा करने की मांग की.
पूरा मामला मंदसौर जिले के पिपलिया मंडी अयोध्या बस्ती का है, जहां रहने वाले किसान गोवर्धन सिंह को नारकोटिक्स विभाग ने नशीली दवाओं के मामले में आरोपी बनाया है. परिजनों का कहना है कि नारकोटिक्स विभाग ने दिनेश पोरवाल नाम के व्यक्ति को नोटिस दिया था और गोवर्धन सिंह उसके साथ नीमच आए थे. लेकिन नशीले पदार्थों ने जिस व्यक्ति को नोटिस दिया था उसे छोड़ दिया और निर्दोष को आरोपी बना दिया।
पीड़ित किसान की पत्नी ने लगाया आरोप
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर किसान नेता श्यामलाल जोगचंद के नेतृत्व में परिजन और ग्रामीण पहुंचे और गोवर्धन सिंह की जल्द से जल्द रिहाई की मांग की. पीड़ित किसान की पत्नी भावना ने आरोप लगाया कि यह कैसा न्याय है, जिसे नोटिस भेजा गया उसे छोड़ दिया गया और जिसे लेने की अनुमति नहीं थी उसे पकड़ लिया गया, तीन दिन हो गए कोई सुनने वाला नहीं है.।।
यह तर्क नारकोटिक्स विभाग के अधिकारी दे रहे हैं
वहीं नारकोटिक्स अधिकारी आरके रजत ने आक्रोशित ग्रामीणों की बात सुनने के बाद कहा कि अगर कोई गलती हुई है तो इसकी जांच की जाएगी और अगर पकड़े गए व्यक्ति ने कोई गलती नहीं की है तो उसे छोड़ दिया जाएगा. गौरतलब है कि नीमच, मंदसौर जिले में नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों पर कई बार झूठे मामले बनाने के आरोप लग चुके हैं और विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिला है, इसलिए ग्रामीणों में विभाग के खिलाफ काफी गुस्सा है.
नीमच से कमलेश सारड़ा की रिपोर्ट



