लातेहार: युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा चलाये जा रहे “सरदार@150-एकता पदयात्रा अभियान” के तहत गुरुवार को जिला स्तरीय एकता मार्च का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम की शुरुआत सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर की गई। इस मौके पर चतरा सांसद कालीचरण सिंह ने श्रद्धांजलि अर्पित की और माता के नाम पर एक पौधा लगाया और पदयात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. आप यह खबर झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। इस दौरान युवाओं ने हाथों में तिरंगे झंडे लिए हुए थे और सरदार पटेल अमर रहें और भारत माता की जय के नारे लगाए. इस अवसर पर संबोधित करते हुए सांसद कालीचरण सिंह ने कहा कि सरदार पटेल ने पांच सौ बावन से अधिक रियासतों को जोड़कर देश की एकता की नींव रखी थी.
आज उसी भावना को फिर से जगाने और भारत की अखंडता और आत्मनिर्भरता को मजबूत करने की जरूरत है। उन्होंने युवाओं से स्वदेशी उत्पाद अपनाने, नशे से दूर रहने और विकसित भारत के निर्माण में योगदान देने की अपील की। पदयात्रा बनवारी साहू महाविद्यालय से शुरू होकर जुबली चौक, धरमपुर चौक होते हुए ब्लॉक परिसर के पास समाप्त हुई. स्कूली छात्र-छात्राओं और युवाओं ने झंडे, पट्टिकाएं और एकता के संदेश के साथ पूरे मार्ग पर मार्च किया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी हुईं, वहीं कई अधिकारियों ने मंच से राष्ट्रीय एकता और सामाजिक समरसता का संदेश दिया. कार्यक्रम में पांच सौ से अधिक छात्रों, युवा संगठनों और स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया। इस अवसर पर आत्मनिर्भर भारत एवं नशा मुक्ति की शपथ दिलाई गई, जिसमें युवाओं ने समाज सुधार एवं राष्ट्र सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला प्रशासन, विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों एवं सामाजिक संगठनों ने सहयोग किया. अंत में जिला युवा पदाधिकारी कंचन कुमारी ने सभी प्रतिभागियों एवं सहयोगी संस्थानों को धन्यवाद दिया तथा नागरिकों से देश की एकता एवं अखंडता बनाये रखने का आग्रह किया. मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष पूनम देवी, अनुमंडल पदाधिकारी अजय कुमार, बनवारी साहू कॉलेज के प्राचार्य प्रदीप कुमार तिवारी, सरस्वती विद्या मंदिर के प्रबंध समिति अध्यक्ष राजीव रंजन पांडे, प्राचार्य उत्तम मुखर्जी, भाजपा जिलाध्यक्ष पंकज सिंह, उपाध्यक्ष राकेश दुबे, सांसद प्रतिनिधि अमलेश कुमार, युवा मोर्चा अध्यक्ष छोटू राजा, एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी नवल किशोर प्रसाद समेत कई लोग मौजूद थे. अनुपम मिश्र द्वारा किया गया।



