रामसनेहीघाट/बाराबंकी, लोकजनता। तहसील क्षेत्र में धान खरीद की प्रक्रिया भले ही तेज हो गई हो, लेकिन राइस मिलों की उदासीनता ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। जिले में 15 हजार मीट्रिक टन से अधिक धान उपलब्ध होने के बावजूद एक किलो भी धान का उठाव नहीं हो रहा है.
क्रय केंद्रों पर धान का ढेर लगा हुआ है, वहीं किसानों की ट्रॉलियां लंबी कतार में खड़ी हैं. मिलों के साथ समझौता नहीं होने के कारण धान की खरीद और उठाव दोनों ठप हो गये हैं. अधिकारी कई बार मिल मालिकों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन मिल मालिक उठान शुरू कराने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
किसानों का कहना है कि पहले उनकी ट्रॉली 2-3 घंटे में उतर जाती थी, लेकिन अब जगह की कमी और लंबी कतारों के कारण उन्हें पूरा दिन लाइन में बिताना पड़ता है. कई ट्रॉलियां रात भर क्रय केंद्रों के बाहर खड़ी रहती हैं। विपणन विभाग के कुछ क्रय केंद्रों को मिलों से संबद्ध कर दिया गया है, लेकिन सहकारी समितियों से अभी तक कोई समझौता नहीं हुआ है।
जिला खाद्य विपणन अधिकारी राजीव कुलश्रेष्ठ ने बताया कि सभी मिलर्स को तत्काल उठान शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसानों को किसी तरह की दिक्कत न हो। फिलहाल किसानों की उम्मीदें मिल मालिकों की सक्रियता पर ही टिकी हैं. यदि उठान शुरू नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।



