श्योपुर (मध्य प्रदेश), 20 नवंबर (भाषा) भारत में जन्मी चीता मुखी ने मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में पांच शावकों को जन्म दिया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को इसे ‘प्रोजेक्ट चीता’ की ऐतिहासिक उपलब्धि बताया.
यादव ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि भारत में जन्मी चीता मुखी ने मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में पांच शावकों को जन्म दिया है, जो एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने बताया कि मां और शावक स्वस्थ हैं.
उन्होंने कहा कि यह भारत की चीता पुनरुद्धार पहल के लिए एक अभूतपूर्व सफलता है।
भारत में प्रजनन करने वाली पहली मादा चीता मुखी अब भारत में प्रजनन करने वाली पहली मादा चीता बन गई है और उसने 33 महीने की उम्र में शावकों को जन्म दिया है।
यादव ने कहा कि भारत में जन्मे चीते का सफल पुनरुत्पादन भारतीय पर्यावरण में प्रजातियों के अनुकूलन, स्वास्थ्य और दीर्घकालिक संभावनाओं का एक मजबूत संकेत है।
उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण कदम भारत में आत्मनिर्भर और आनुवंशिक रूप से विविध चीता आबादी के बारे में उम्मीदों को मजबूत करता है, जो देश के संरक्षण लक्ष्यों को और बढ़ावा देगा।
देश में उनके विलुप्त होने के कई दशकों बाद, 17 सितंबर, 2022 को चीतों को भारत में फिर से लाया गया।
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नामीबिया से लाए गए आठ चीतों (पांच मादा और तीन नर) को कुनो नेशनल पार्क में छोड़ा, जो चीतों की पहली रिहाई थी।
अंतरमहाद्वीपीय स्थानांतरण हुआ।
भाषा सं दिमो वैभव
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