UP News: उत्तर प्रदेश की कला, संस्कृति, परंपरा और शिल्प कौशल को वैश्विक पहचान दिलाने का अवसर इस वर्ष और भी भव्य होने वाला है. उत्तर प्रदेश इस बार छह दशकों के बाद भारत स्काउट्स और गाइड्स की 19वीं राष्ट्रीय जंबूरी की मेजबानी कर रहा है। 23 से 29 नवंबर तक राजधानी लखनऊ में आयोजित होने वाले इस अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में 2,000 विदेशी प्रतिनिधियों सहित दुनिया भर से 32,000 से अधिक प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। इस विशाल आयोजन का सबसे प्रमुख आकर्षण एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) का भव्य प्रदर्शन होगा, जिसे पहली बार इतने बड़े अंतरराष्ट्रीय मंच पर दिखाने की तैयारी की जा रही है.
ODOP की वैश्विक उड़ान: कारीगरों को मिलेगा नया बाजार
जम्बूरी के ओडीओपी पवेलियन में उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक और पारंपरिक उत्पादों को विशेष स्थान दिया गया है। यह भी शामिल है-
*बनारसी और रेशम साड़ियाँ
*लखनऊ की चिकनकारी
*चंदौली जरी-जरदोजी
*आगरा का पेठा
*गाजीपुर जूट वॉल हैंगिंग
*जौनपुर के ऊनी कालीन
यह प्रदर्शनी न केवल इन उत्पादों की सुंदरता और शिल्प कौशल को दुनिया के सामने प्रदर्शित करेगी बल्कि उत्तर प्रदेश के कारीगरों को अंतरराष्ट्रीय खरीदारों तक सीधी पहुंच भी प्रदान करेगी। इससे उनकी पहचान, मांग और आय में उल्लेखनीय वृद्धि होने की संभावना है। सहायक प्रादेशिक संगठन आयुक्त जयप्रकाश दक्ष के मुताबिक, “दुनिया भर से आए प्रतिनिधि यूपी की शिल्पकला को करीब से समझेंगे- शिल्पकारों के लिए यह बड़ा मौका है।”
पर्यटन, निवेश और स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी
जंबूरी जैसा अंतर्राष्ट्रीय आयोजन उत्तर प्रदेश के लिए कई आर्थिक अवसर भी लाएगा – स्थानीय उत्पादों की वैश्विक ब्रांडिंग।
*पर्यटन और होटल उद्योग को नई गति
*निवेशकों के लिए आकर्षक संभावनाएं
*बड़ी संख्या में रोजगार और व्यवसाय के अवसर
लाखों प्रतिभागियों और हजारों विदेशी मेहमानों की मौजूदगी आने वाले हफ्तों में लखनऊ को भारत की सांस्कृतिक राजधानी बनाएगी।
कला, खान-पान और लोक संस्कृति का अद्भुत संगम
जंबूरी परिसर में उत्तर प्रदेश के स्वाद और संस्कृति का भी भव्य प्रदर्शन होगा. पारंपरिक व्यंजन
ये होंगे खास आकर्षण-
*पूरी-कचौरी
*जलेबी
*बनारसी पान
*चाटना
*विभिन्न क्षेत्रीय मिठाइयाँ
इसके साथ ही प्रतिभागियों को लोक नृत्य, लोक गीत, पारंपरिक वेशभूषा और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं।
आपको उत्तर प्रदेश की जीवंत विरासत से परिचित कराएंगे।
लीडर ट्रेनर अमिताभ पाठक ने कहा, “यह मंच ओडीओपी की वैश्विक पहचान को मजबूत करेगा और यूपी की सांस्कृतिक संपदा को दुनिया के सामने पेश करेगा।”
‘सशक्त युवा-विकसित भारत’ विषय पर केंद्रित कार्यक्रम
19वें राष्ट्रीय जंबूरी का विषय ‘सशक्त युवा-विकसित भारत’ है, जो युवाओं की ऊर्जा, नेतृत्व क्षमता और रचनात्मकता को प्रदर्शित करेगा। यह न केवल स्काउट्स-गाइड्स का आयोजन है, बल्कि भारत के सांस्कृतिक वैभव और सामाजिक विविधता का भी उत्सव है।
निष्कर्ष: यूपी की कला और उद्यमिता को विश्वस्तरीय मंच मिलेगा
जंबूरी के माध्यम से उत्तर प्रदेश के-
*संस्कृति,
*लोक कला,
*ओडीओपी उत्पाद,
*परंपरा,
*खाद्य और पेय,
*उद्यमिता और नवप्रवर्तन को वैश्विक मंच पर नई पहचान मिलने वाली है। यह आयोजन पर्यटन, निवेश और स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए नए द्वार भी खोलेगा, जिससे उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक और आर्थिक स्थिति और मजबूत होगी।



