बिहार की राजनीति में इस समय सबसे बड़ी और चर्चित खबर है उपेन्द्र कुशवाहा के बेटे. दीपक प्रकाश कुशवाह मंत्री बनने की संभावनाओं को लेकर. दसवीं बार बनने वाले सीएम नीतीश कुमार के नए मंत्रिमंडल की तस्वीर जैसे-जैसे साफ होती जा रही है, कई नए चेहरों के शामिल होने की चर्चा तेज हो गई है. इनमें सबसे प्रमुख नाम दीपक प्रकाश का है, जिनका मंत्री बनना अब लगभग तय माना जा रहा है.
एनडीए में सीट बंटवारे के वक्त ही संकेत बन गये थे
सूत्रों के मुताबिक, एनडीए में सीट बंटवारे के दौरान आरएलजेपी को एक एमएलसी सीट दी गई है. इसके बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि बीजेपी और जेडीयू कुशवाहा समाज के प्रतिनिधित्व को मजबूत करने के लिए उपेंद्र कुशवाहा के परिवार को बड़ा राजनीतिक मौका दे सकती है.
अब माना जा रहा है कि गठबंधन की मजबूती और जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए दीपक प्रकाश को कैबिनेट में शामिल करने पर सहमति बन गई है.
साक्षी मिश्रा का फेसबुक पोस्ट बना बड़ा संकेत
इस पूरे सियासी घटनाक्रम में सबसे ज्यादा चर्चा उपेन्द्र कुशवाहा की बहू की हो रही है. साक्षी मिश्रा कुशवाह एक फेसबुक पोस्ट थी. उन्होने लिखा है-
“आपका स्वागत है दीपक प्रकाश जी”
उनका ये पोस्ट राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है अनौपचारिक पुष्टि के रूप में देखा जा रहा है. यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और इसे उनकी कैबिनेट में एंट्री का पक्का संकेत माना जा रहा है.
राजनीतिक तौर पर क्यों अहम है ये नियुक्ति?
उपेन्द्र कुशवाहा बिहार के प्रमुख ओबीसी नेताओं में से एक हैं.
राज्य में कुशवाह समुदाय को एक मजबूत और निर्णायक वोट बैंक माना जाता है.
दीपक प्रकाश को मंत्री बनाना जातीय संतुलन के लिहाज से एनडीए के लिए फायदेमंद कदम हो सकता है.
इससे आरएलजेपी और एनडीए के बीच समन्वय और मजबूत होगा.
युवा नेतृत्व को बढ़ावा देकर एनडीए अपनी नई पीढ़ी की राजनीति का संदेश दे सकेगी.
कौन हैं दीपक प्रकाश कुशवाहा?
दीपक प्रकाश अब तक अपने पिता के राजनीतिक संगठन को संभालते रहे हैं और पार्टी गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं. हालांकि चुनावी राजनीति में वह ज्यादा चर्चा में नहीं रहे, लेकिन पिछले कुछ सालों में उन्होंने अपना राजनीतिक आधार मजबूत किया है। उनका मंत्री पद तक पहुंचना उनके राजनीतिक करियर की बड़ी शुरुआत मानी जा रही है.
नई कैबिनेट में नए चेहरों की बाढ़
नीतीश कुमार की नई कैबिनेट में कई पुराने चेहरों की विदाई और कई नए नेताओं के शामिल होने की चर्चा पहले से ही जोरों पर है. बीजेपी, जेडीयू और सहयोगी दलों को संतुलन में रखकर विभागों का बंटवारा किया जा रहा है.
इस सूची में दीपक प्रकाश का नाम सबसे प्रमुखता से उभर कर सामने आया है, खासकर इसलिए क्योंकि उनका प्रशासनिक अनुभव सीमित रहा है और यह उनकी पहली बड़ी राजनीतिक भूमिका होगी.
महत्वपूर्ण विभागों की बैठक पर चर्चा
बुधवार की रात से ही पटना के राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि दीपक प्रकाश को अध्यक्ष बनाया जायेगा प्रमुख विभाग जिम्मेदारी दी जा सकती है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह कौन सा विभाग होगा, लेकिन अंतिम सूची में उनका नाम शामिल होना तय माना जा रहा है।
शपथ ग्रहण समारोह पर टिकी निगाहें
दीपक प्रकाश के मंत्री बनने की खबर ने बिहार की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है. साक्षी मिश्रा की पोस्ट ने इस राजनीतिक चर्चा को और मजबूत कर दिया है.
अब सबकी नजरें नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह पर हैं. अगर दीपक प्रकाश का नाम मंत्रियों की सूची में शामिल होता है तो इसका बड़ा असर कुशवाहा समाज, आरएलजेपी और बिहार के राजनीतिक समीकरण पर पड़ेगा.