लातेहार: राष्ट्रीय प्रेस दिवस 2025 के अवसर पर बढ़ते दुष्प्रचार के बीच प्रेस की विश्वसनीयता बरकरार रखने के विषय पर बुधवार को सूचना भवन सभागार में प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से पत्रकारों की एक बैठक आयोजित की गयी.
बैठक की अध्यक्षता जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. चंदन कुमार ने की. इस अवसर पर जिले के तमाम पत्रकार उपस्थित रहे और विषय से संबंधित अपने विचार एवं सुझाव साझा किये. आप यह खबर झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। चर्चा के दौरान पत्रकारों ने खबरों की पुष्टि में आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि कई बार जब अधिकारियों से संपर्क किया जाता है तो समय पर फोन नहीं उठने के कारण तथ्य सत्यापन प्रभावित होता है. बैठक में गलत सूचनाओं के बढ़ते प्रसार, उनकी रोकथाम और नियंत्रण पर विशेष रूप से चर्चा की गई। प्रतिभागियों ने बताया कि वर्तमान मीडिया परिदृश्य फर्जी समाचार, पेड न्यूज, विज्ञापन और पीत पत्रकारिता जैसी गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है, जो पत्रकारिता की विश्वसनीयता और लोकतांत्रिक मूल्यों को प्रभावित कर रहे हैं।
डॉ. चंदन कुमार ने कहा कि प्रेस लोकतंत्र की नींव है, जो नागरिकों के लिए आंख और कान की भूमिका निभाती है। सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यमों के तेजी से विस्तार के कारण गलत सूचना तेजी से फैल रही है, जिससे सार्वजनिक समझ और राष्ट्रीय सद्भाव प्रभावित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि टीआरपी आधारित सनसनीखेज पत्रकारिता और तथ्यों की जांच की कमी से जनता का भरोसा कमजोर हो रहा है. बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि पत्रकारिता के मूल सिद्धांतों सत्य, सटीकता, निष्पक्षता और स्वतंत्रता की ओर लौटना समय की मांग है। नैतिक स्व-नियमन, प्रभावी तथ्य-जांच तंत्र और जिम्मेदार रिपोर्टिंग को बढ़ावा देना प्रेस की विश्वसनीयता को बहाल करने का तरीका है।
कार्यक्रम के अंत में श्री कुमार ने उपस्थित सभी पत्रकारों को शॉल देकर सम्मानित किया. मौके पर संजय प्रजापति, राजीव मिश्रा, सजीत गुप्ता, संजीत पांडे, चंद्रप्रकाश सिंह, मनोज दत्त, अमित पांडे, रूपेश अग्रवाल, पंकज गुप्ता, राहुल पांडे, रामकुमार, मनीष सिन्हा, नीरज सिन्हा आदि कई पत्रकार मौजूद थे.



