सिमडेगा. सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में मंगलवार को सिमडेगा में राष्ट्रीय एकता पदयात्रा के तहत एकता मार्च का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लिया और एकता का संदेश दिया. कार्यक्रम का आयोजन मेरा युवा भारत, सिमडेगा और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया गया था। इस अवसर पर नगर भवन में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने राष्ट्रीय एकता एवं आत्मनिर्भर भारत विषय पर प्रकाश डाला. मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद प्रदीप कुमार वर्मा ने कहा कि सरदार पटेल ने आजादी के बाद भारत के एकीकरण में अहम भूमिका निभायी. देश का एकीकरण विश्व की एक अद्भुत घटना थी। आजादी से पहले भारत 565 रियासतों में बंटा हुआ था। सरदार पटेल ने जिस कुशलता से भारत का एकीकरण किया, उसका दुनिया में कोई दूसरा उदाहरण नहीं है। उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री के रूप में उन्होंने जो कार्य किया उसे सदैव याद रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की जयंती को एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है. एकता ही मूल मंत्र है जिसके माध्यम से हम विकास के पथ पर आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार सरदार पटेल की जयंती पर इस तरह का आयोजन कर रही है, ताकि देश के लोगों, विशेषकर युवाओं को एकता और अखंडता के माध्यम से देश को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने की प्रेरणा मिले. पूर्व मंत्री विमला प्रधान ने सरदार पटेल के आदर्शों को अपनाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के व्यक्तित्व और कृतित्व से प्रेरणा लें और देश की एकता और अखंडता के लिए काम करें। कहा कि यही सोच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी है. सिमडेगा कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर देवराज प्रसाद ने आयोजन को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि इससे लोगों को सरदार पटेल के कार्यों की जानकारी मिलेगी. जिला युवा पदाधिकारी रौशन कुमार ने कार्यक्रम के आयोजन के उद्देश्य के बारे में बताया. कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं, विभिन्न संगठनों के लोग, आम नागरिक, दुर्ग विजय सिंह देव, अनुप प्रसाद, अनुप केसरी, श्रद्धानंद बेसरा, नवीन सिंह, तुलसी साहू, रवि गुप्ता, सत्यनारायण प्रसाद, दिलीप साहू, नीरज बड़ाईक आदि बड़ी संख्या में उपस्थित थे. संचालन मनोज सिन्हा ने किया.
अस्वीकरण: यह लोकजनता अखबार का स्वचालित समाचार फ़ीड है. इसे लोकजनता.कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है



