भोपाल, 18 नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने मंगलवार को उज्जैन में सिंहस्थ क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण संबंधी नीति को निरस्त करने के राज्य सरकार के फैसले की सराहना की और कहा कि इससे पता चलता है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव ‘लोक राज’ को महत्व देते हैं।
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित बीजेपी कार्यालय पहुंची थीं, जहां उन्होंने भूमि अधिग्रहण से जुड़ी नीति रद्द करने के फैसले पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा, ”यह अच्छा है, यह फैसला वापस ले लिया गया है.” यह कोई तानाशाह की सरकार नहीं है.
उन्होंने कहा, “सरकार लोकतंत्र से बनती है और जनमत से चलती है। मोहन जी ने लोक लाज रखी है। लोकराज की मर्यादा रखी है। इस फैसले से उन्होंने साबित कर दिया है कि वे लोकराज को कितना महत्व देते हैं।”
किसानों के भारी विरोध के बाद सरकार ने सोमवार को उज्जैन में सिंहस्थ क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण से संबंधित नीति को रद्द करने का फैसला किया।
मुख्यमंत्री यादव ने भारतीय किसान संघ, भाजपा, उज्जैन के जन-प्रतिनिधियों और जिला प्रशासन तथा अन्य प्रतिनिधियों से चर्चा के बाद ‘सिंहस्थ लैंड पूलिंग’ रद्द करने का निर्णय लिया।
किसानों का आरोप है कि सरकार सिंहस्थ क्षेत्र में स्थाई और व्यावसायिक निर्माण के नाम पर ‘लैंड पुलिंग पॉलिसी’ लागू कर किसानों की जमीनें छीन रही है।
सिंहस्थ उज्जैन में हर 12 साल में आयोजित होने वाला एक प्रमुख हिंदू धार्मिक आयोजन है। उज्जैन में आयोजित कुंभ मेले को सिंहस्थ कहा जाता है और इसमें भारत और विदेश के सभी हिस्सों से लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं।
इस बार उज्जैन में सिंहस्थ 2028 में है और इसे देखते हुए सरकार किसानों की जमीन अधिग्रहण कर स्थायी निर्माण के लिए ‘लैंड पुलिंग’ पॉलिसी लेकर आई थी, जबकि पहले सिंहस्थ के लिए किसानों से पांच से छह महीने के लिए जमीन ली जाती थी। इसके बाद से ही किसान संगठन इसका पुरजोर विरोध कर रहे थे.
यादव ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा कि 2028 का सिंहस्थ अद्भुत होगा और इसके सभी आयोजनों के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की जा रही हैं.
भाषा ब्रजेन्द्र
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