भोपाल: MP News मध्य प्रदेश की मोहन सरकार के 2 साल पूरे होने वाले हैं। इस बीच बीजेपी संगठन की नई कार्यकारिणी की भी घोषणा हो चुकी है, लेकिन कैबिनेट विस्तार और निगम-मंडल, आयोग और प्राधिकरणों की नियुक्तियां बाकी हैं. इस बीच सीएम मोहन लगातार संगठन के केंद्रीय नेतृत्व के साथ बैठकें कर रहे हैं. हाल ही में मुख्यमंत्री आवास पर बीजेपी सरकार और संगठन की एक छोटी सी बैठक हुई थी. जिसमें सीएम मोहन, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, प्रदेश संगठन मंत्री हितानंद शर्मा, बीजेपी अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, दोनों डिप्टी सीएम और मंत्री मौजूद रहे. इस बीच पूर्व सीएम उमा भारती ने पहले सीएम मोहन और फिर बीजेपी अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल से मुलाकात की. इन सभी बयानों को संभावित कैबिनेट विस्तार और फेरबदल से जोड़कर देखा जा रहा है.
एमपी न्यूज खंडेलवाल और उमाभारती भले ही इसे सौजन्य मुलाकात और गौवंश के मुद्दे पर मुलाकात बता रहे हैं, लेकिन इन मुलाकातों से ये कयास लगाए जा रहे हैं. कैबिनेट फेरबदल और नई नियुक्तियों को लेकर कुछ बड़ा होने वाला है. जिसको लेकर अब राज्य में सियासी घमासान मच गया है.
मप्र में हो रही नई घटनाओं से प्रदेश में तापमान बढ़ गया है। फिलहाल मुख्यमंत्री समेत 31 मंत्री हैं. जबकि नियमानुसार 35 मंत्री हो सकते हैं. ऐसे में सवाल ये है कि क्या मोहन कैबिनेट में बदलाव होने जा रहा है? क्या इन बैठकों में परफॉरमेंस शीट तैयार की जा रही है? नए और पुराने नेताओं में किसे मिलेगी कैबिनेट में जगह? वे चेहरे कौन होंगे? क्या गुजरात मॉडल एमपी में भी लागू हो सकता है? और सवाल ये भी है कि क्या कुछ मंत्रियों को 2 साल बाद हटाया जा सकता है?



