ब्लिंकिट डिलीवरी राइडर कल रात गया में एक दुखद सड़क दुर्घटना का शिकार हो गया रोहित कुमार मृत। हादसा मानपुर सिक्स लेन पुल पर हुआ, जहां अज्ञात वाहन ने रोहित की बाइक में जोरदार टक्कर मार दी. घटना के बाद इलाके में गुस्से के साथ-साथ सहानुभूति का भी माहौल देखा जा रहा है.
हादसे के बाद राहगीरों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.
रोहित के सहकर्मियों के मुताबिक, वह रात में ऑर्डर डिलीवर कर मानपुर सिक्स लेन ब्रिज के रास्ते स्टोर पर लौट रहा था। तभी पीछे से तेज रफ्तार वाहन ने उसे टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि वह गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर गया। राहगीरों ने तुरंत उसे उठाया मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाने की तमाम कोशिशों के बावजूद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने पुलिस को सूचना नहीं दी, यहां तक कि पोस्टमार्टम भी नहीं कराया गया.
हादसे के बाद मृतक के परिजनों ने पुलिस को सूचना देने से इनकार कर दिया. इतना ही नहीं उन्होंने शव का पोस्टमार्टम भी नहीं कराया और अंतिम संस्कार कर दिया. परिवार की इस हरकत से कई सवाल खड़े हो गए हैं और घटना की जांच को लेकर स्थिति जटिल हो गई है.
सहकर्मियों का आरोप- ‘मुआवजा नहीं मिला तो कंपनी नहीं चलने देंगे’
इससे रोहित के साथियों में गहरा गुस्सा है. उनका कहना है कि कंपनी ब्लिंकिट सवारों के लिए किसी भी तरह की सुरक्षा व्यवस्था नहीं करती है, जबकि उनसे जोखिम भरा काम कराया जाता है।
सहकर्मियों ने चेतावनी देते हुए कहा:
“अगर रोहित के परिवार को उचित मुआवजा नहीं मिला, तो ब्लिंकिट को गया में काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
रोहित अपने दिव्यांग पिता का एकमात्र सहारा था।
रोहित शहर का मिर्चिया गली मैं अपने परिवार के साथ किराये के मकान में रहता था. उसके पिता विकलांग हैं और घर की पूरी जिम्मेदारी रोहित पर थी। बताया जा रहा है कि परिवार की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी, इसलिए उनकी मौत से पूरे परिवार पर संकट आ गया है।
ब्लिंकिट का बयान- 24 घंटे के अंदर मदद मिलेगी
ब्लिंकिट के गया मैनेजर अविनाश मिश्रा कहा कि कंपनी की ओर से मुआवजे की प्रक्रिया तत्काल शुरू कर दी गयी है.
उसने कहा:
“कंपनी अपनी तरफ से हर संभव मदद करेगी। बीमा के तहत मिलने वाली रकम भी मुहैया कराई जाएगी। 24 घंटे के अंदर परिवार को मदद मुहैया कराई जाएगी।”
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