महुआडांड़ : प्रखंड क्षेत्र में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के दौरान कथित अवैध वसूली का मामला तूल पकड़ता जा रहा है.
नाम न छापने की शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि मीटर लगाने और संबंधित प्रक्रिया के लिए चाय-पानी के नाम पर 100 से 500 रुपये तक की वसूली की जा रही है. आप यह खबर झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। कई ग्रामीणों ने शिकायत की है कि बिना पैसे दिए मीटर लगाना या संबंधित काम कराना लगभग असंभव हो गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि वे पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, ऐसे में अतिरिक्त रकम चुकाना उनके लिए बोझ बन रहा है. कई लोग पहले से ही स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने को लेकर आशंकित हैं। ग्रामीणों का कहना है कि रिचार्ज आधारित मीटर से गरीब व मजदूर वर्ग पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा.
उनका कहना है कि रोज कमाने खाने वाले परिवारों के लिए बार-बार रिचार्ज कराना मुश्किल होगा, ऊपर से वसूली का बोझ भी आ गया है. अवैध वसूली के आरोपों और नई व्यवस्था से असंतोष के बीच महुआडांड़ में स्मार्ट मीटर को लेकर राजनीतिक बयानबाजी और स्थानीय चर्चा अब तेज हो गयी है.



