शिक्षकों में नेतृत्व क्षमता विकसित करने की पहल
धनबाद.
आईआईटी आईएसएम में मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत आयोजित सातवें नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप प्रोग्राम की शुरुआत सोमवार को हुई। यह पांच दिवसीय कार्यक्रम 17 से 21 नवंबर 2025 तक चलेगा। इसका आयोजन शिक्षकों में नेतृत्व क्षमता विकसित करने के उद्देश्य से किया गया है। एफडीसी कॉन्फ्रेंस हॉल आई2एच बिल्डिंग में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के प्रोफेसर और शिक्षक नेताओं ने भाग लिया. इसमें आईआईईएसटी शिवपुर, रांची यूनिवर्सिटी, विनोबा भावे यूनिवर्सिटी, सिदो-कान्हो बिरसा यूनिवर्सिटी और बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल यूनिवर्सिटी समेत कई संस्थानों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया.
शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए शिक्षकों में नेतृत्व कौशल आवश्यक है
कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के निदेशक एवं मुख्य संरक्षक प्रो सुकुमार मिश्र ने किया. उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए शिक्षकों का नेतृत्व कौशल और निरंतर प्रशिक्षण बहुत जरूरी है। ऐसे कार्यक्रम शिक्षकों को नई दिशा और प्रभावी नेतृत्व क्षमता प्रदान करते हैं। एनएफएल कार्यक्रम समन्वयक प्रो. मृणालिनी पांडे ने कहा कि यह मंच शिक्षण गुणवत्ता बढ़ाने और शैक्षिक नेतृत्व को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से आयोजित यह पहल भविष्य के शैक्षिक नेताओं को तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान देगी। यह प्रशिक्षण शिक्षकों में नवाचार, नेतृत्व और व्यावसायिक दक्षता को और मजबूत करेगा।
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