धनबाद समेत पूरे राज्य में सेरेब्रल पाल्सी के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन झारखंड में अब तक इसके इलाज को लेकर कोई ठोस पहल नहीं की गयी है. पूरे राज्य में इस बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या 9097 है. इनमें से 3251 मरीज सिर्फ धनबाद, बोकारो, गिरिडीह और गोड्डा जिले में हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, धनबाद में 357, गिरिडीह में 553, बोकारो में 845 और गोड्डा में सबसे ज्यादा 1496 मरीज हैं. गौरतलब है कि इस बीमारी की गंभीरता के हिसाब से इसकी रोकथाम के लिए राज्य के सरकारी अस्पतालों में स्पीच एंड ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट नहीं हैं. ऐसे में मरीज उचित इलाज और परामर्श से वंचित रह जाते हैं।
राज्य में सबसे ज्यादा मरीज गोड्डा में हैं
झारखंड में सेरेब्रल पाल्सी के सबसे अधिक 1496 मरीज गोड्डा जिले में हैं. इसके बाद कोडरमा में 891, साहेबगंज में 778 और बोकारो में 845 मरीज हैं. जबकि सबसे कम सात मरीज सिमडेगा में और 20 मरीज सरायकेला में हैं. दूसरे जिलों में भी बड़ी संख्या में मरीज हैं.
धनबाद और आसपास के जिलों में इलाज की कोई सुविधा नहीं है
धनबाद जिले में एक भी स्पीच थेरेपिस्ट नहीं है. ऐसी ही स्थिति आसपास के जिलों में भी है. ऐसे में मरीजों को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली, मुंबई या अन्य बड़े शहरों में ले जाना पड़ता है. इससे मरीज के परिवार पर आर्थिक बोझ बढ़ जाता है.
सेरेब्रल पाल्सी क्या है?
सेरेब्रल पाल्सी एक तंत्रिका संबंधी विकार है जो बच्चे के मस्तिष्क के विकास के दौरान ऑक्सीजन की कमी या प्रसव के समय चोट लगने के कारण होता है। इससे बच्चे की मांसपेशियों की गतिविधि, बोलने की क्षमता, संतुलन और चाल प्रभावित होती है। फिजियोथेरेपी, स्पीच थेरेपी और ऑक्युपेशनल थेरेपी के जरिए इसमें काफी हद तक सुधार किया जा सकता है।
शीघ्र पता लगाना और नियमित उपचार ही एकमात्र समाधान है।
यदि जन्म के पहले छह महीनों में सेरेब्रल पाल्सी के लक्षणों की पहचान कर ली जाए तो ऐसे बच्चों की स्थिति में महत्वपूर्ण सुधार लाना संभव है। नियमित फिजियोथेरेपी, स्पीच थेरेपी, व्यावसायिक थेरेपी और पौष्टिक आहार से मरीज सामान्य जीवन जी सकता है। हर जिले में पुनर्वास केंद्रों और चिकित्सकों की नियुक्ति सुनिश्चित करके और अभिभावकों के लिए जागरूकता अभियान चलाकर स्थिति में सुधार किया जा सकता है।
राज्य के किस जिले में कितने मरीज? धनबाद-357
गिरिडीह- 553
बोकारो- 845
गोड्डा- 1496
चतरा-233
देवघर- 235
दुमका-363
पूर्वी सिंहभूम – 169
गढ़वा-310
गुमला-249
हज़ारीबाग़ – 356
जामताड़ा- 250
खूंटी-41
कोडरमा – 891
लातेहार- 188
लोहरदगा-307
पाकुड़- 72
पलामू- 447
रामगढ-379
रांची- 426
साहेबगंज-778
सरायकेला- 20
सिमडेगा-7
पश्चिमी सिंहभूम- 125
कुल – 9097
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