17.9 C
Aligarh
Monday, November 17, 2025
17.9 C
Aligarh

नीलम गिरी भोजपुरी गाना: नीलम गिरी का नया भोजपुरी गाना ‘सूट में लगाब ऐश्वर्या’ रिलीज, शिल्पी राज की आवाज और प्रवेश लाल के साथ शानदार केमिस्ट्री


नीलम गिरी भोजपुरी सॉन्ग: भोजपुरी एक्ट्रेस नीलम गिरी ‘बिग बॉस 19’ से बाहर आने के बाद लगातार फैंस के लिए नए-नए सरप्राइज पेश कर रही हैं। हाल ही में उनकी आने वाली भोजपुरी फिल्म ‘मनमोहिनी’ का ट्रेलर रिलीज हुआ, जिसने दर्शकों को इमोशनल कर दिया. अब नीलम ने एक और तोहफा देते हुए सोमवार को अपना नया गाना ‘सूट में लगाब ऐश्वर्या’ रिलीज किया है।

गाने को शिल्पी राज ने अपनी दमदार और डांस कर देने वाली आवाज से गाया है, जबकि इसमें नीलम के साथ प्रवेश लाल यादव भी नजर आ रहे हैं. दोनों की ऑनस्क्रीन केमिस्ट्री रिलीज होते ही चर्चा में है. ऐसे में आइए आपको बताते हैं इस गाने की खासियतें और अन्य जानकारियां।

सबसे पहले यहां देखें म्यूजिक वीडियो-

‘सूट में लगब ऐश्वर्या’ गाने की खासियत

‘सूट में लगब ऐश्वर्या’ एक दिलचस्प बातचीत दिखाती है जहां नीलम के ऑन-स्क्रीन पति की भूमिका निभा रहे प्रवेश लाल यादव पूछते हैं कि उन्होंने नीलम के लिए सभी झुमके और झुमके खरीद लिए हैं, अब उन्हें और क्या चाहिए। इसके जवाब में नीलम चुलबुले अंदाज में कहती हैं कि उनकी साड़ी अक्सर फिसल जाती है, इसलिए उन्हें अपने लिए काला सूट यानी “करिया सूट” लाना चाहिए, जिसमें वह ऐश्वर्या राय की तरह लगेंगी.

वीडियो में दोनों कलाकारों की जुगलबंदी और रोमांटिक केमिस्ट्री की सोशल मीडिया पर फैन्स जमकर तारीफ कर रहे हैं. कमेंट बॉक्स फ्लेम और हार्ट इमोजी से भरा हुआ है।

गीत टीम

  • कलाकार: प्रवेश लाल यादव और नीलम गिरी
  • निर्माता: प्रवेश लाल यादव
  • स्वर: प्रवेश लाल यादव और शिल्पी राज
  • संगीत: प्रवेश लाल यादव
  • गाना: मुकेश मिश्रा
  • निदेशक: गोल्डी जयसवाल
  • कोरियोग्राफर: सनी सोनकर
  • डीओपी: राजन वर्मा
  • संपादन: प्रदीप यादव
  • डि: युग चलचित्र
  • संगीत चालू: प्रवेश लाल अधिकारी

‘मनमोहनी’ फिल्म का विवरण

नीलम गिरी की फिल्म ‘मनमोहिनी’ के निर्माता रवींद्र सिंह और निर्देशक राज कुमार हैं. कहानी सभा वर्मा ने लिखी है, जबकि संगीत रितेश ठाकुर ने दिया है. फिल्म का संपादन अजय सिंह ने किया था और गाने के बोल सोनू श्रीवास्तव ने लिखे थे।

कहानी एक लड़की मनमोहनी के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने पिता मुरली प्रसाद, जो एक साधारण मूर्तिकार हैं, के साथ रहती है। जब कुछ लोग बड़ी रकम देकर उनकी दिवंगत पत्नी की याद में बनी मूर्ति खरीदना चाहते हैं तो पिता उसे बेचने से इनकार कर देते हैं। इसके बाद उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई.

इलाज के लिए पैसे जुटाने के लिए मनमोहनी को अपनी इज्जत तक का त्याग करना पड़ता है, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है और उसके पिता की मृत्यु हो जाती है। यह फिल्म समाज की सच्चाइयों, मजबूरियों और एक बेटी के दर्दनाक संघर्ष को उजागर करती है।

ये भी पढ़ें- शिल्पी राज भोजपुरी गाना: शिल्पी राज का रोमांटिक गाना ‘सुगी के प्रणवा’ रिलीज हो गया है, आस्था सिंह की सादगी और रोमांटिक एक्सप्रेशन ने गाने की खूबसूरती बढ़ा दी है।



FOLLOW US

0FansLike
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
spot_img

Related Stories

आपका शहर
Youtube
Home
News Reel
App