दिल्ली। युद्ध की पृष्ठभूमि पर आधारित फरहान अख्तर अभिनीत फिल्म ‘120 बहादुर’ पहली बार भारत के सभी ‘डिफेंस थिएटरों’ में दिखाई जाएगी, जहां मुख्य रूप से सैनिक और उनके परिवार फिल्में देखते हैं। एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, ‘एक्सेल एंटरटेनमेंट और ट्रिगर हैप्पी स्टूडियोज’ ने 18 नवंबर को फिल्म का पेड प्रीव्यू आयोजित किया, जो 1962 में रेजांग दर्रे की ऐतिहासिक लड़ाई की 63वीं वर्षगांठ भी है। यह फिल्म इसी युद्ध की कहानी है।
भारत के महानतम युद्धों में से एक का यह गहन, प्रेरक और अब तक अनकहा अध्याय, यह फिल्म 120 भारतीय सैनिकों की वीरता की कहानी बताती है, जिन्होंने 3,000 चीनी सैनिकों के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ी थी। फिल्म के ट्रेलर ने दर्शकों पर गहरा प्रभाव छोड़ा है और व्यापक सराहना बटोरी है।
रक्षा कर्मियों और उनके परिवारों के लिए ‘जेनसिंक ब्रैट मीडिया’ के साथ साझेदारी में ‘पिक्चरटाइम’ द्वारा फिल्म की एक विशेष स्क्रीनिंग का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य “मनोरंजन उद्योग और भारतीय सशस्त्र बलों के बीच लंबे समय से चली आ रही दूरी को पाटना” है। इसके जरिए देश के दूरदराज इलाकों में तैनात सैनिक और उनके परिवार वाले भी फिल्म देख सकेंगे।
एक्सेल एंटरटेनमेंट के सीईओ विशाल रामचंदानी ने कहा, “‘120 बहादुर’ हमारे सशस्त्र बलों के साहस और बलिदान को सलाम करती है… हमें गर्व है कि जिन सैनिकों की भावना का यह फिल्म सम्मान करती है, वे इसे अपने परिवारों के साथ देखेंगे। हम पिक्चरटाइम को दिल से धन्यवाद देते हैं।” यह फिल्म रजनीश घई द्वारा निर्देशित और रितेश सिधवानी, अख्तर (एक्सेल एंटरटेनमेंट) और अमित चंद्रा (ट्रिगर हैप्पी स्टूडियोज) द्वारा निर्मित है। है।



