लखनऊ, लोकजनता: उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा के सख्त निर्देश के बाद मतदाताओं के बीच मतगणना फॉर्म बांटने में तेजी आ गयी है. हालांकि, लखनऊ समेत प्रदेश के कई महानगरों में अभी भी लक्ष्य पूरा नहीं हो सका है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने निर्धारित तिथि चार दिसंबर से पहले ही 15 नवंबर तक शत-प्रतिशत कार्य पूरा करने का निर्देश दिया था. ऐसे में काम में तेजी आई लेकिन लक्ष्य हासिल नहीं होने की स्थिति में माना जा रहा है कि इसके लिए 15 दिन काफी होंगे।
लक्ष्य हासिल करने के लिए विधानसभावार और जिला निर्वाचन कार्यालय स्तर पर हेल्प-डेस्क भी बनाए जा रहे हैं. इसी क्रम में बुक ए कॉल विद बीएलओ की सुविधा भी प्रदान की गई है, जिसके तहत कोई भी मतदाता वोटर्स.ईसीआई.जीओवी.इन पोर्टल के माध्यम से बुक ए कॉल सुविधा के तहत अपने बीएलओ से बात करने का अनुरोध प्रस्तुत कर सकता है।
बीएलओ को अगले 48 घंटों के भीतर आवेदक से संपर्क करना होगा और समस्या का समाधान करना होगा। इस कवायद में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को 48 घंटे से अधिक समय से लंबित मामलों को तुरंत निपटाने के निर्देश दिए गए. इसके अलावा वोटर हेल्पलाइन 1950 पर भी मदद मांगी जा सकती है।
कुछ दिन पहले समीक्षा में पाया गया कि राज्य में कुल 15.44 करोड़ मतदाताओं के सापेक्ष अब तक 9.38 करोड़ (60 प्रतिशत) मतदाताओं को मतगणना फॉर्म वितरित किये जा चुके हैं.
50 प्रतिशत से कम गणना प्रपत्र वितरित करने वाले 13 जिलों-कानपुर नगर, मुरादाबाद, महोबा, कानपुर देहात, आगरा, उन्नाव, जौनपुर, लखनऊ, अमरोहा, वाराणसी, मीरजापुर, देवरिया तथा रायबरेली को निर्देश दिये गये। सभी जिलों में बूथवार गणना फार्म वितरण की समीक्षा करते हुए यथासंभव 15 नवंबर तक शत-प्रतिशत गणना फार्म वितरित करने के निर्देश दिए गए। सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया कि इस दौरान किसी भी स्तर पर कार्य में लापरवाही हुई तो कड़ी कार्रवाई की जायेगी.



