लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि संभल जिले का समग्र विकास राज्य सरकार की मुख्य प्राथमिकता है। सीएम योगी ने विस्तृत समीक्षा बैठक में जिले के विकास कार्यों, कानून व्यवस्था और विभागीय प्रगति की गहन समीक्षा की. उन्होंने कहा कि संभल का समग्र विकास सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक है, जिसके लिए चरणबद्ध कार्ययोजना क्रियान्वित की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि प्रथम चरण में जिले के प्राचीन तीर्थ स्थलों एवं कुओं का पुनरुद्धार तेजी से किया जाये. उन्होंने कहा कि संभल में 68 तीर्थ स्थल एवं 19 कुएं पंजीकृत हैं, जिनके जीर्णोद्धार एवं चिन्हीकरण का कार्य तेजी से कराया जाए। दूसरे चरण में संग्रहालयों, लाइट एंड साउंड शो और अन्य सांस्कृतिक परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जो संभल की ऐतिहासिक और आध्यात्मिक विरासत को एक नई पहचान देंगे।
उन्होंने जिला न्यायालय, कारागार एवं पीएसी की स्थापना में तेजी लाने के निर्देश दिये। एकीकृत परिसर भवन में सभी विभागों के कार्यालय स्थापित करने की योजना पर भी चर्चा की गयी. अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए 93 फीसदी जमीन खरीद ली गयी है, जिस पर मुख्यमंत्री ने जल्द डीपीआर तैयार कर जल्द निर्माण कार्य शुरू करने को कहा. मुख्यमंत्री ने 24 कोसी परिक्रमा मार्गों, प्रमुख तीर्थ स्थलों के पास सड़क निर्माण और जन सुविधाओं के विस्तार को प्राथमिकता पर पूरा करने को कहा.
महिष्मती नदी के पुनरुद्धार की समीक्षा करते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नदियाँ जीवनदायिनी हैं और नमामि गंगे परियोजना के तहत महिष्मती नदी का पुनरुद्धार तेजी से किया जाना चाहिए। उन्होंने नगरीय विकास विभाग की वंदन योजना, ग्लोबल सिटी डेवलपमेंट योजना, अंत्येष्टि गृह विकास योजना, शहरी जल विकास योजना, तालाब/पोड विकास योजना एवं पं. के अंतर्गत चल रहे कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। दीनदयाल उपाध्याय नगर विकास योजना की समीक्षा की और उन्हें समयबद्ध तरीके से पूरा करने के निर्देश दिये। अंत में मुख्यमंत्री ने सीबीजी प्लांट के निर्माण में तेजी लाने का भी निर्देश दिया.



