मुरादाबाद, लोकजनता। विधान सभा चुनाव के लिए मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) में शहरी क्षेत्र के बीएलओ सुस्त हैं, जबकि गांवों में बीएलओ तेजी से लोगों के बीच फॉर्म बांट रहे हैं। अभी भी महानगर के कई हिस्सों में मतदाता बीएलओ का इंतजार कर रहे हैं.
एसआईआर का काम चार नवंबर से चल रहा है। दिसंबर तक चलने वाले इस काम में 2003 की विधानसभा सूची में नाम के आधार पर मतदाताओं का सत्यापन किया जा रहा है। चूंकि कई मतदाताओं के नाम सूची में नहीं हैं, इसलिए उन्हें फॉर्म में अपने माता-पिता के मतदाता पहचान पत्र का विवरण भरना होगा। लेकिन महानगर के कई मोहल्लों में आशियाना फेज दो, रामगंगा विहार, खुशहालपुर, गोविंदनगर आदि कई गलियों में मतदाता फार्म लेकर बीएलओ के आने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं, 2003 की मतदाता सूची में नाम न होने पर मतदाताओं में नाम कटने की भी आशंका है। हालांकि जिला स्तरीय अधिकारी इस कार्य के लिए ऐसा नहीं मानते हैं।
अपर जिलाधिकारी प्रशासन एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी संगीता गौतम ने माना कि महानगर के शहर और मुरादाबाद ग्रामीण जिले के कई मोहल्लों में बीएलओ नहीं पहुंचे होंगे। उन्होंने कहा कि शहर में कई मोहल्ले काफी बड़े हैं और कई नई कॉलोनियां विकसित हुई होंगी, इसलिए थोड़ा वक्त लग सकता है, लेकिन हर हाल में बीएलओ शत-प्रतिशत मतदाताओं के घर तक पहुंचकर फार्म बांटना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने बताया कि अब तक 80 फीसदी फॉर्म बंट चुके हैं. उन्होंने बताया कि फॉर्म भरने का काम दिसंबर तक चलेगा. ऐसे में बीएलओ सभी घरों को कवर करेंगे।
2003 की सूची में दर्ज निकटतम संबंधियों का विवरण दर्ज करें
उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि यदि किसी मतदाता का नाम 2003 की सूची में नहीं है तो उसके माता-पिता या परिवार के किसी अन्य वरिष्ठ सदस्य का नाम इस सूची में शामिल है तो उनकी मतदाता पहचान पत्र की जानकारी दर्ज करें। अगर यह भी नहीं है तो मतदाताओं को केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा दिए गए वैकल्पिक पहचान पत्र का विवरण भरना होगा और उसकी एक प्रति फॉर्म में संलग्न करनी होगी. जिससे उनका सत्यापन किया जा सके। उन्होंने कहा कि निबंधन पदाधिकारियों ने बीएलओ के कार्यों की मॉनिटरिंग भी तेज कर दी है. वह खुद फील्ड में पहुंचकर कार्यों की मॉनिटरिंग कर रही हैं.



