Cold Wave Alert: मौसम की जानकारी देने वाली निजी संस्था स्काईमेट वेदर के मुताबिक, मध्य भारत में कड़ाके की ठंड जारी है. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. शीतलहर का असर आसपास के राज्यों में भी दिख रहा है. कई जगहों पर तापमान काफी कम दर्ज किया गया है. सबसे ज्यादा ठंड का एहसास मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लोगों को हो रहा है, जहां शीतलहर बढ़ती जा रही है. इसके बाद धीरे-धीरे इसमें कमी आने की उम्मीद है.
शीत लहर कब कम होगी? जानना
उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों से चलने वाली बर्फीली हवाएं अब मैदानी इलाकों को तेजी से ठंडा कर रही हैं। ये हवाएं विंध्याचल पर्वत श्रृंखला को पार कर मध्य प्रदेश के अंदरूनी हिस्सों तक पहुंच रही हैं. अगले सप्ताह मौसम में बदलाव के संकेत मिलने की बात कही जा रही है. बंगाल की खाड़ी के मध्य और दक्षिणी हिस्से में दो नए सिस्टम बनने की संभावना है. इनके कारण समुद्र से गर्म और आर्द्र हवाएं ओडिशा, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, तेलंगाना और पूर्वी महाराष्ट्र तक पहुंचेंगी। इससे तापमान थोड़ा बढ़ेगा और छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश में चल रही शीतलहर धीरे-धीरे कम होने लगेगी. पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में ठंड का असर जारी रहेगा, लेकिन इसकी तीव्रता पहले से कम रहेगी.
पूर्वोत्तर भारत में हल्के से मध्यम कोहरा देखने को मिलेगा
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 2-3 दिनों तक मध्य भारत, उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत में शीत लहर जारी रहने की संभावना है, जिसके बाद ठंड थोड़ी कम हो सकती है. अगले तीन दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत, मध्य भारत, पूर्वी क्षेत्रों और दक्षिणी प्रायद्वीप के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा। इसके बाद तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है. 17 नवंबर को मध्य प्रदेश के कुछ स्थानों पर कड़ाके की ठंड से भीषण शीतलहर चल सकती है, जबकि 18-19 नवंबर को इसका असर कम हिस्सों में दिखाई देगा.
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17-18 नवंबर को पश्चिमी राजस्थान, मध्य महाराष्ट्र और विदर्भ में, 17-19 नवंबर को पूर्वी राजस्थान और छत्तीसगढ़ में, जबकि 17 नवंबर को झारखंड में शीतलहर चलने की संभावना है. पूर्वोत्तर भारत में पूरे सप्ताह हल्के से मध्यम कोहरा रह सकता है.



