शुक्रादित्य राजयोग 2025: वैदिक ज्योतिष के अनुसार प्रत्येक ग्रह एक निश्चित अवधि के बाद गोचर करता है, इस दौरान यदि दो या दो से अधिक ग्रह एक राशि में आते हैं तो राजयोग या युति या शुभ और अशुभ युति बनती है, जिसका मानव जीवन और देश-दुनिया पर बड़ा प्रभाव पड़ता है। 2025 की तरह 2026 में भी ग्रहों का बड़ा परिवर्तन होने जा रहा है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण जनवरी में ग्रहों के राजा सूर्य और राक्षसों के गुरु शुक्र का गोचर है। नए साल के पहले महीने में आत्मा और पिता के सम्मान का कारक सूर्य 14 जनवरी को मकर राशि में गोचर करेगा और सुख, समृद्धि, विलासिता, प्रेम और सौंदर्य का कारक शुक्र 13 जनवरी को मकर राशि में गोचर करेगा, जिसके कारण मकर राशि में शुक्रादित्य राजयोग बनेगा। इसका प्रभाव 5 फरवरी तक रहेगा क्योंकि इसके बाद शुक्र कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। हालांकि 13 फरवरी को सूर्य भी कुंभ राशि में प्रवेश करेगा जिससे कुंभ राशि में फिर से शुक्रादित्य राजयोग बनेगा।
शुक्रादित्य राजयोग से 3 राशियों की चमकेगी किस्मत
धनु राशि पर प्रभाव: सूर्य-शुक्र की युति और शुक्रादित्य राजयोग लोगों के लिए भाग्यशाली साबित हो सकता है। समय-समय पर अप्रत्याशित धन लाभ हो सकता है। भाग्य आपका साथ देगा। आप अपने कार्य में सफलता प्राप्त करेंगे। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. व्यापारियों का रुका हुआ पैसा वापस मिल सकता है। लंबे समय से रुका हुआ या अटका हुआ पैसा वापस मिल सकता है। मानसिक तनाव कम होगा.
मीन राशि पर प्रभाव: शुक्रादित्य राजयोग और सूर्य-शुक्र की युति जातकों के लिए फलदायक साबित हो सकती है। आय से आत्मविश्वास बढ़ेगा। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन और वेतन वृद्धि की सौगात मिल सकती है। निवेश से आपको लाभ मिल सकता है। लंबे समय से रुका हुआ पैसा मिलने के योग हैं। शेयर बाज़ार, सट्टेबाजी और लॉटरी से आपको लाभ मिल सकता है।
मेष राशि पर प्रभाव: शुक्रादित्य राजयोग और सूर्य-शुक्र की युति जातकों के लिए लाभकारी साबित हो सकती है। अचानक धन लाभ हो सकता है. अच्छे दिनों की शुरुआत हो सकती है. बेरोजगारों को नौकरी के अवसर मिल सकते हैं। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन और वेतन वृद्धि की सौगात मिल सकती है। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। पुराने प्रोजेक्ट में आपको सफलता मिल सकती है। कारोबारी अच्छे मुनाफ़े के साथ कोई बड़ी डील फाइनल कर सकते हैं।
कुंडली में शुक्रादित्य राजयोग कब बनता है?
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, आदित्य का अर्थ सूर्य है। इस प्रकार जब कुंडली में सूर्य और शुक्र दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हों तो शुक्रादित्य राजयोग बनता है। इस राजयोग से जातकों को विशेष फल की प्राप्ति होती है। उन्हें धन, आराम, वैभव और सम्मान मिलता है।
(अस्वीकरण: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और सूचनाओं पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग न्यूज किसी भी प्रकार की मान्यता या जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य केवल जानकारी देना है। हम इसके सही और सिद्ध होने की प्रमाणिकता नहीं दे सकते। इन पर अमल करने से पहले अपने ज्योतिषी या पंडित से संपर्क करें)



