Gujarat Cabinet Change: गुजरात में गुरुवार को अचानक पूरी मंत्रिमंडल का नजारा ही बदल गया. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को छोड़कर सभी 16 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया. हालांकि इस्तीफे को लेकर सुबह में ही स्थिति साफ हो गई थी. राज्य सरकार ने सुबह ही घोषणा कर दी थी कि पटेल शुक्रवार को अपनी मंत्रिपरिषद का विस्तार करेंगे.
2021 में पूरी सरकार ही बदल गई थी
गुजरात में इससे पहले 2021 में भी कुछ इसी तरह की स्थिति बनी थी. तात्कालीन मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सहित सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था. 11 सितंबर को पूरी सरकार ने इस्तीफा दे दिया, तो 13 सितंबर 2021 को भूपेंद्र पटेल की अगुआई में नयी सरकार ने शपथ ली. उस कदम को बीजेपी की आतंरिक रणनीति का हिस्सा बताया गया था. क्योंकि 2022 में राज्य में विधानसभा चुनाव होना था. तात्कालीन सरकार पर कई आरोप लग रहे थे. कोरोना प्रबंधन को लेकर भी हाई कोर्ट ने सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी. विजय रूपाणी को कमजोर नेता भी माना जा रहा है. वैसे में चुनाव से पहले बीजेपी ने सरकार में ताजगी लाने के लिए सभी पुराने चेहरों को बदल दिया. बीजेपी को इसका लाभ विधानसभा चुनाव में मिला. 182 सदस्यों वाली राज्य विधानसभा में बीजेपी ने रिकॉर्ड 156 सीटें जीतकर सत्ता में धमाकेदार एंट्री की.
2026 निकाय चुनाव पर बीजेपी की नजर
बीजेपी की नजर 2026 में होने वाले नगर निगम और पंचायत चुनाव पर है. सरकार में अचानक फेरबदल को पार्टी की रणनीति का हिस्सा बताया जा रहा है. नो रिपीट थ्योरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अचूक अस्त्र माना जाता है. जिसका असर चुनावों में देखने को मिला है.
शुक्रवार को सुबह साढ़े 11 बजे होगा मंत्रिमंडल विस्तार
गुजरात में पटेल मंत्रिमंडल का विस्तार शुक्रवार सुबह साढ़े 11 बजे होगा. गुजरात की मौजूदा मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री पटेल सहित 17 मंत्री हैं. आठ कैबिनेट स्तर के मंत्री हैं जबकि इतने ही राज्य मंत्री (एमओएस) हैं. कुल 182 सदस्यों वाली राज्य विधानसभा में सदन की कुल संख्या का 15 प्रतिशत या 27 मंत्री हो सकते हैं. भूपेंद्र पटेल ने 12 दिसंबर, 2022 को गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में दूसरी बार शपथ ली थी.



