पटना. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों के बाद सियासी घमासान के बीच जन सुराज आज पटना के शेखपुरा हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी आधिकारिक प्रतिक्रिया दी. राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह और प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती मीडिया को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भले ही उनकी पार्टी विधानसभा तक नहीं पहुंच सकी, लेकिन बिहार की जनता ने उन्हें जीत दिला दी घोर विरोध जैसे देखते रहेंगे.
उदय सिंह ने सबसे पहले एनडीए को जीत की बधाई दी और कहा कि उम्मीद है कि नई सरकार “स्वच्छ और पारदर्शी शासन” के संकल्प के साथ आगे बढ़ेगी।
‘हमारे मुद्दों पर ही चुनाव हुआ’- उदय सिंह
उदय सिंह ने दावा किया कि इस बार जिन मुद्दों पर चुनाव लड़ा गया, वही मुद्दे जन सुराज लगातार उठाते रहे हैं.
उनके अनुसार-
- बेरोजगारी
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- भ्रष्टाचार
- और ग्रामीण विकास
इस तरह के विषयों को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री दोनों ने चुनाव प्रचार में प्रमुखता से उठाया, जिससे साबित होता है कि जन सुराज के एजेंडे ने लोगों के बीच प्रभाव डाला है।
‘बिना विधानसभा में भी निभाएंगे विपक्ष की भूमिका’
उदय सिंह ने कहा कि पिछली बार जब महागठबंधन विपक्ष में था तब भी वह प्रभावी भूमिका नहीं निभा सका.
उसने कहा:
“हम विधानसभा में नहीं हैं, लेकिन फिर भी जनता हमें विपक्ष के रूप में देखेगी। हम सरकार की हर कमी को उजागर करेंगे और जनता की समस्याओं पर लगातार सक्रिय रहेंगे।”
‘अपेक्षित वोट न मिलने का कारण- लोगों को राजद की वापसी का डर’
जन सुराज के कमजोर प्रदर्शन पर बोलते हुए उदय सिंह ने कहा कि वे निराश हैं लेकिन निराश नहीं हैं.
उन्होंने ऐसा दावा किया
आखिरी वक्त में बड़ी संख्या में वोट एनडीए को ट्रांसफर हो गए क्योंकि वोटरों को डर था कि जन सुराज के लिए वोट करने से राजद को फायदा हो सकता है.
इस “रणनीतिक वोटिंग” ने जन सुराज के वोट प्रतिशत को प्रभावित किया।
उदय सिंह का बड़ा आरोप: ‘बिहार सरकार ने 40 हजार करोड़ रुपये खर्च कर खरीदे वोट’
प्रेस कॉन्फ्रेंस का सबसे बड़ा बयान तब आया जब उदय सिंह ने एनडीए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उसने कहा:
- सरकारी पैसे से वोट खरीदने में 40,000 करोड़ रुपये खर्च किये गये.
- इसमें से विश्व बैंक द्वारा दी गई ऋण राशि से 14,000 करोड़ रुपये खर्च किये गये।
- इसका असर अब राज्य की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार योजनाओं पर पड़ेगा.
उदय सिंह के अनुसार, यह भारतीय लोकतंत्र में “पहली बार इतने बड़े पैमाने पर नकद हस्तांतरण आधारित चुनाव प्रबंधन” था।
“इसीलिए प्रशांत किशोर का अनुमान ग़लत निकला।”
उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर का जेडीयू के 25 सीटों से नीचे रहने का आकलन शुरू में सही था, लेकिन
जब सरकार ने खजाना खोलकर वोटों को प्रभावित करना शुरू किया तो पूरा चुनावी माहौल बदल गया और जेडीयू की सीटें बढ़ गईं.
जन सुराज में नई ऊर्जा का आह्वान- “हम फिर लौटेंगे”
प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश देते हुए कहा कि
जन सुराज संघर्ष छोड़ने वाली पार्टी नहीं है.
वह सभी जिलों और ब्लॉकों में कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और संगठन को नए सिरे से मजबूत करेंगे.
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में
- प्रमुख जनसंपर्क अभियान
- मुद्दा आधारित आंदोलन
- और संगठन विस्तार कार्यक्रम
चलाया जाएगा.
पार्टी के वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे
प्रेस कॉन्फ्रेंस करते पार्टी के वरिष्ठ नेता
- -सुभाष सिंह कुशवाह,
- सरवर अली,
- एवं मीडिया प्रभारी ओबैदुर रहमान
भी मौजूद थे. सभी नेताओं ने एक स्वर में कहा कि जन सुराज संघर्ष जारी रहेगा और जनता की आवाज बनकर सरकार पर दबाव बनाते रहेंगे.
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