लखनऊ. हाल ही में दिल्ली में लाल किले के पास हुए बम विस्फोट को लेकर विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने वैश्विक आतंकवादी घटनाओं पर तीखी टिप्पणी की है और दावा किया है कि ‘दुनिया भर में होने वाली अधिकांश जिहादी आतंकवादी घटनाओं के पीछे एक ही धार्मिक सोच काम करती है.’
बंसल ने कहा कि आतंकवादी घटनाओं में शामिल संगठनों, प्रशिक्षण केंद्रों, विचारधाराओं और प्रेरणा के स्रोतों को “स्पष्ट रूप से पहचानने की आवश्यकता” है। उन्होंने आरोप लगाया कि ”आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने, प्रशिक्षित करने और समर्थन करने वाले ज्यादातर लोग इसी प्रकार की कट्टरपंथी सोच से प्रेरित हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि बहुत से लोग, चाहे वे एक ही धर्म के हों या अन्य समुदायों के, “आँख मूंदकर कहते हैं कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता”, जबकि उनके अनुसार “कट्टरपंथी आतंकवाद की धार्मिक जड़ें दुनिया के लिए खुली हैं।” बंसल ने मांग की कि “विश्व समुदाय को अब स्पष्ट और साहसिक कदम उठाने चाहिए।” उनके मुताबिक आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने, कट्टरपंथी विचारों पर प्रतिबंध लगाने, तुष्टिकरण की नीतियों को खत्म करने और अलगाववाद को बढ़ावा देने वाले शैक्षणिक केंद्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है।



