धनबाद समाचार: केंद्रीय कोयला मंत्री जी कृष्णा रेड्डी ने गुरुवार को दिल्ली में कोल इंडिया और सहायक कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इसमें चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के अब तक के प्रदर्शन की समीक्षा की गयी. उन्होंने कहा कि देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करना हमारी प्राथमिकता है. कोयला कम्पनियों को इस्पात एवं विद्युत संयंत्रों में आवश्यकतानुसार पर्याप्त मात्रा में अच्छी गुणवत्ता वाले कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने कोयला कंपनियों को अपना वार्षिक लक्ष्य हासिल करने के लिए हर दिन 8.55 लाख टन उत्पादन का लक्ष्य दिया. वहीं, प्रतिदिन 6.3 लाख टन यानी 168 रेक कोयला और रोड सेल मोड में दो लाख टन कोयला डिस्पैच करने का लक्ष्य दिया गया है.
पांच माह में 129.13 मिलियन टन कोयला उत्पादन होगा
चालू वित्त वर्ष में कोल इंडिया का उत्पादन लक्ष्य 250 मिलियन टन है. अक्टूबर तक कोयला कंपनियों ने 120.87 मिलियन टन कोयले का उत्पादन सुनिश्चित किया है. जबकि शेष समय में 129.13 मिलियन टन कोयले का उत्पादन करना है. बैठक में कोयला राज्य मंत्री सतीश दुबे, कोयला सचिव विक्रम देव दत्त, कोल इंडिया चेयरमैन सनोज कुमार झा, बीसीसीएल सीएमडी मनोज अग्रवाल, आईसीएल सीएमडी सतीश झा समेत कोल इंडिया की सभी अनुषंगी कंपनियों के सीएमडी व संबंधित अधिकारी उपस्थित थे.अस्वीकरण: यह लोकजनता अखबार का स्वचालित समाचार फ़ीड है. इसे लोकजनता.कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
धनबाद समाचार: लोकजनता पर सबसे पहले 8.55 मिलियन टन कोयला उत्पादन कर कोयला साथियों को 8.55 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य.



