मध्य प्रदेश के विश्वजीत सिंह सिकरवार ने ज्वाइनिंग के लिए 20 हजार रुपए मांगे थे।
हजारीबाग डाक विभाग में पदस्थापित क्लर्क रंजन कुमार दास लाइजनिंग कर रहे थे.
जमशेदपुर समाचार:
सीबीआई ने गुरुवार को सरायकेला पोस्टल इंस्पेक्टर दिवाकर कुमार दीपक को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. वहीं, हजारीबाग में पदस्थापित डाक विभाग के क्लर्क को हिरासत में लिया गया है. सीबीआई उसे पकड़कर रांची ले गयी. गिरफ्तार लोगों से सीबीआई पूछताछ कर रही है. हालांकि, सीबीआई की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि सरायकेला-खरसावां जिले के सरायकेला सब डिवीजन के डाक सहायक को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. सीबीआई ने कहा कि आरोपी ने ग्रामीण डाक सेवक को नौकरी पर रखने के बदले में 20,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी, जिसके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी, जिसके आधार पर जाल बिछाया गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. बताया जा रहा है कि ये गिरफ्तारी 12 नवंबर की रात करीब 10 बजे हुई. सरायकेला डाक निरीक्षक दिवाकर कुमार दीपक को उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि लाइजनिंग का काम करने आये हजारीबाग डाक विभाग में पदस्थापित क्लर्क रंजन कुमार दास को भी हिरासत में ले लिया गया. बाद में उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया गया.
निर्वाचित सांसद विश्वजीत से असिस्टेंट ब्रांच पोस्टमास्टर पद के लिए रिश्वत की मांग की गयी थी.
बताया जाता है कि मध्य प्रदेश निवासी विश्वजीत सिंह सिकरवार का चयन ग्रामीण डाक सेवक के रूप में हुआ था और उन्हें सीनी के कमलपुर शाखा डाकघर में असिस्टेंट ब्रांच पोस्टमास्टर के पद पर ज्वाइन करना था. नियमानुसार इनकी ज्वाइनिंग इंस्पेक्टर के माध्यम से ही होनी है। चयनित होने के बाद जब विश्वजीत सिंह सिकरवार ज्वाइन करने पहुंचे तो उन्हें ज्वाइन नहीं करने दिया गया। इसके बाद हजारीबाग में पदस्थापित डाक लिपिक रंजन कुमार दास ने विश्वजीत सिंह सिकरवार से संपर्क साधने के लिए बात की. इस बातचीत के बाद तय हुआ कि अगर वह 20 हजार रुपये रिश्वत देगा तो वह शामिल हो जाएगा। लेकिन विश्वजीत सिंह सिकरवार ने इसकी जानकारी सीबीआई को दे दी. इसे लेकर सीबीआई ने अपनी प्रक्रिया पूरी की और 20 हजार रुपये की रकम देने को कहा. जैसे ही डाक निरीक्षक दिवाकर कुमार दीपक ने उक्त रकम पकड़ी, सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. उनके साथ रहे हजारीबाग डाक विभाग में पदस्थापित क्लर्क रंजन कुमार दास को भी पकड़कर ले जाया गया. इसकी जानकारी देर रात सीबीआई ने कोल्हान (सिंहभूम) के वरीय डाक अधीक्षक को भी दी. बताया जाता है कि दिवाकर कुमार दीपक मई में ही सरायकेला में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हुए थे. इससे पहले वे चांडिल में पदस्थापित थे. तय नियमों के मुताबिक ब्रांच पोस्टमास्टर की ज्वाइनिंग ब्रांच पोस्ट मास्टर के स्तर पर होती है, जबकि असिस्टेंट पोस्ट मास्टर की ज्वाइनिंग इंस्पेक्टर के स्तर पर होती है. उनके नाम पर रिश्वत ली जा रही थी.
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