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कैनोपी/डेस्क: सांसद आदर्श ग्राम अठौला – चटुआग के किसानों का आंदोलन तीसरे दिन भी जारी, किसानों ने आधे शव गाड़कर जमीन पर समाधि सत्याग्रह किया, उनकी मांग है कि गांव के दर्जनों टोलों में पोल और बिजली के तार लगाए जाएं और अठुला में नया ट्रांसफार्मर लगाया जाए। किसान आंदोलन की राह पर हैं.
आंदोलन में शामिल किसानों को संबोधित करते हुए पंचायत समिति सदस्य अयूब खान ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार का लक्ष्य हर घर तक बिजली पहुंचाना है, लेकिन जब लोगों के घरों तक बिजली पहुंचाने के लिए तार-पोल नहीं लगाये जायेंगे, तो लोगों के घरों तक बिजली कैसे पहुंचेगी, ऐसे में मुख्यमंत्री की बिजली पहुंचाने की योजना भी सफल नहीं हो पायेगी.
अनुसूचित जाति चटुआग गांव के अथुला, कारी टोंगरी, उबका पानी, पहाना पानी, परहैया टोला, लोहराही, पोक्या, चोरझरिया, पुरमपनियां, भेलवाही, बगडेगवा, चरकापत्थल के दर्जनों टोलों के कई घरों में बिजली नहीं पहुंची है, लकड़ी के खंभों और पेड़ों के सहारे तार खींचकर बिजली जलाई जा रही है। इन टोलों के अधिकांश घरों में तार-पोल नहीं हैं। इसके बाद भी टोलों में तार पोल नहीं लगाये गये हैं, पोल व तार की कमी से लोग काफी परेशान हैं, किसान कनेक्शन लेकर बांस के पोल के सहारे बिजली का उपयोग करते हैं, बांस का पोल सड़ कर टूट जाता है, जिससे किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
यह बेहद डरावना सच है कि आजादी के बाद भी इस गांव के किसानों की बुनियादी जरूरतें पूरी नहीं हो पाईं, समाज में आखिरी पायदान पर रहने वाला व्यक्ति विकास योजनाओं में नंबर एक पर है लेकिन धरातल पर वह व्यक्ति न तो पहले नंबर पर है और न ही आखिरी नंबर पर, उस व्यक्ति के पास कोई नंबर ही नहीं है.
आम नागरिक को जीवनयापन के लिए आवश्यक वस्तुएं नहीं मिल पा रही हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
पंचायत समिति सदस्य अयूब खान, ललुआ गंझू, रामबृच गंझू, फगुनी भेंगरा, परनी टोपनो, सनिरो हेरेंज, सीमा केरकेट्टा, सीमान भेंगरा, तुला गंझू, जगेशर गंझू, छट्टू गंझू, बिनीता कोनगाड़ी, फुलो भेंगरा, प्रमीला भेंगरा, सुक्खू हेरेंज, दाउद होरो, निर्मल गंझू, धूमा ने सत्याग्रह में भाग लिया. भेंगरा, अमित भेंगरा, पूरन मुंडा समेत दर्जनों किसान शामिल थे.
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