ग्वालियर (मध्य प्रदेश), 13 नवंबर (भाषा) मध्य प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में कथित तौर पर फर्जी शिक्षा डिप्लोमा (डी.एड.) के जरिए नौकरी पाने के आरोप में 34 शिक्षकों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि इनमें से आठ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) प्रवीण बघेल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘नियुक्ति के समय शिक्षकों द्वारा जमा की गई डिग्रियों के सत्यापन के दौरान यह मामला सामने आया. करीब 100 डीएड डिग्री और मार्कशीट संदिग्ध पाई गईं, जिनमें से 34 ग्वालियर-चंबल संभाग की थीं।
उन्होंने कहा, “आठ शिक्षकों की डिग्री फर्जी होने की पुष्टि हुई है, जिसके बाद उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं।”
बघेल ने कहा कि मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है कि मार्कशीट फर्जी है.
अधिकारी ने कहा, “शिक्षकों ने अपने नौकरी आवेदन के साथ फर्जी सत्यापन दस्तावेज भी जमा किए थे।”
उन्होंने कहा कि उनमें से कई का चयन मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल (जिसे पहले व्यापमं के नाम से जाना जाता था) के माध्यम से किया गया था और वर्तमान में वे राज्य के विभिन्न जिलों में तैनात हैं।
भाषा सं.ब्रजेन्द्र नोमान
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