महाराष्ट्र विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) चित्रा वाघ ने कहा कि दिल्ली विस्फोटों की जांच में शुरुआती सुराग कार से बरामद डीएनए नमूने से मिले, जिससे डॉ. उमर की पहचान हुई। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने हरियाणा के फरीदाबाद में छापेमारी कर दिल्ली में दहशत फैलाने की साजिश में शामिल डॉ. मुजम्मिल गनई और डॉ. आदिल अहमद को गिरफ्तार कर लिया. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, एक सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ, जिसमें पढ़े-लिखे लोग शामिल थे. जांच एजेंसियों के मुताबिक ये आतंकी मॉड्यूल देश के कई इलाकों में सिलसिलेवार हमलों की योजना बना रहा था.



