मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के मार्गदर्शन और स्वास्थ्य मंत्री प्रफुल्ल पंसेरिया के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग लगातार सरकारी योजना के तहत गड़बड़ी करने वाले अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई कर रहा है. इसके तहत जामनगर के जेईई हार्ट इंस्टीट्यूट में पीएमजेएवाई-एमए योजना के दिशानिर्देशों का पालन न करने और अनियमित प्रथाओं के कारण इस योजना का कामकाज निलंबित कर दिया गया है।
अस्पताल में 800 मरीजों का ऑपरेशन किया गया।
इस अस्पताल से रु. कुल 105 हृदय संबंधी प्रक्रियाएं करने के लिए 105। 6 लाख रुपये से ज्यादा का जुर्माना भी लगाया गया है. हालांकि पूरे घटनाक्रम के बाद जामनगर के जेसीसी हॉस्पिटल के खिलाफ सरकार की ओर से की गई कार्रवाई को लेकर जेसीसी ने खुलासा किया है कि सारी कार्रवाई डॉ. पार्श्व वोरा ने की थी. अस्पताल का प्रबंधन उन लोगों के परिवार द्वारा चलाया जाता था जिन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। जुलाई में जब प्रबंधन को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने उसके खिलाफ कार्रवाई की और अगस्त में उसे रिहा कर दिया. प्रबंधन ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस अस्पताल में सरकारी योजना के तहत कुल 800 मरीजों का ऑपरेशन किया गया है.



