लखनऊ, लोकजनता: बुधवार को जैसे ही एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप ट्रॉफी लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम पहुंची, पूरा माहौल देशभक्ति के नारों से गूंज उठा। “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम” के नारों के बीच ट्रॉफी का भव्य स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री आवास से निकलकर जब ट्रॉफी स्टेडियम पहुंची तो खेल प्रेमियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी.
ट्रॉफी को स्टेडियम के मुख्य द्वार के पास स्थित केडी सिंह बाबू की प्रतिमा के नीचे दर्शकों के लिए प्रदर्शित किया गया था। इसके बाद फोटो और सेल्फी लेने का सिलसिला शुरू हो गया। चमचमाती ट्रॉफी की एक झलक पाने के लिए मीडिया कैमरों और मोबाइल कैमरों की फ्लैश लगातार चमकती रही।
इस मौके पर हॉकी इंडिया के महासचिव भोला नाथ सिंह, खेल निदेशक डॉ. आरपी सिंह, उत्तर प्रदेश हॉकी के महासचिव रजनीश मिश्रा और पूर्व ओलंपियन ललित उपाध्याय मौजूद रहे। अतिथियों का स्वागत क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी अतुल सिन्हा ने किया।
आयोजकों ने दर्शकों से जूनियर हॉकी खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने और उन्हें आगामी विश्व कप के लिए शुभकामनाएं देने की अपील की। कार्यक्रम के समापन के बाद ट्रॉफी उदयपुर के लिए रवाना की गई। हॉकी इंडिया के अधिकारियों के मुताबिक, एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप का 14वां संस्करण इस बार तमिलनाडु में आयोजित किया जाएगा। टूर्नामेंट 28 नवंबर से 10 दिसंबर तक चलेगा, जिसके मैच चेन्नई और मदुरै में होंगे। यह ट्रॉफी जूनियर विश्व कप विजेता टीम को दी जाएगी।
पूर्व हॉकी खिलाड़ी ने क्या कहा?
भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान रजनीश मिश्रा कहते हैं, “ट्रॉफी के यहां आने से खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ेगा. इससे जूनियर विश्व कप के लिए माहौल बनेगा और भारतीय हॉकी टीम को प्रोत्साहन मिलेगा. प्रशिक्षु खिलाड़ी टीम में जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे.”
ललित उपाध्याय, पूर्व ओलंपियन:
“हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह देश के लिए खेले और पदक जीते। ट्रॉफी के आने से खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ेगा और वे भी भविष्य में देश के लिए खेलकर यह ट्रॉफी जीतना चाहेंगे।”
डॉ. आरपी सिंह, अध्यक्ष, भारतीय हॉकी टीम चयन समिति:
“लखनऊ हॉकी खिलाड़ी पैदा कर रहा है। यहां के कई खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व किया है। इस ट्रॉफी ने एक बार फिर उनकी यादें ताजा कर दीं। इससे नए खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा।”



