भोपाल, 12 नवंबर (भाषा) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को कहा कि हरित या नवीकरणीय ऊर्जा समय की जरूरत है और निजी क्षेत्र की भागीदारी से मध्य प्रदेश इसका केंद्र बनकर उभरेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एकीकृत ऊर्जा उत्पादन प्रणाली के माध्यम से देश सहित मध्यप्रदेश नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में सुनहरे भविष्य की ओर बढ़ रहा है।
यादव राज्य की राजधानी में मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास समत्व भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भोपाल, इंदौर और सतना में रिलायंस ग्रीन एनर्जी द्वारा स्थापित तीन नए संपीड़ित बायोगैस (सीबीजी) संयंत्रों के उद्घाटन पर बोल रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘निजी भागीदारी और सहयोग से हम मध्य प्रदेश को हरित ऊर्जा का केंद्र बनाएंगे. यह समय की मांग है.
यादव ने कहा कि ये अत्याधुनिक बीसीजी संयंत्र साझेदारी और प्रगति का प्रतीक हैं क्योंकि ये कचरे को ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में बहुत उपजाऊ भूमि है और बीसीजी संयंत्र से ऊर्जा उत्पादन से राज्य में पराली जलाने में कमी आएगी.
पद संभालने के बाद यादव ने 2023-24 में इन तीनों इकाइयों का भूमि पूजन किया और वर्चुअली उद्घाटन भी किया. रिलायंस ग्रीन एनर्जी राज्य में छह सीबीजी प्लांट स्थापित कर रही है। इनमें से तीन इकाइयां उत्पादन के लिए तैयार हैं और बुधवार को उनका उद्घाटन किया गया। बाकी प्लांट-जबलपुर, बालाघाट और सीहोर बनाए जा रहे हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि निजी कंपनी ने इन छह संयंत्रों में करीब 700 करोड़ रुपये का निवेश किया है और इनकी कुल उत्पादन क्षमता 45,000 टन सालाना होने का अनुमान है.
उन्होंने कहा कि इन इकाइयों के चालू होने से सालाना लगभग 17,000 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी, जो पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार के प्रयासों का एक मजबूत सबूत है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आज स्वच्छ ऊर्जा, हरित विकास और आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के एक नए युग की शुरुआत हो रही है. भोपाल के आदमपुर छावनी क्षेत्र में प्रदेश के सबसे बड़े और आधुनिक कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट का उद्घाटन किया जा रहा है।
भाषा डिमो शोभना
शोभना



