बोकारो से जय सिन्हा
बोकारो: आदिवासी समाज के देवता और झारखंड के जनक भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर 15 नवंबर 2000 को झारखंड राज्य की स्थापना की गयी थी.
इस वर्ष भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और झारखंड राज्य की 25वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है. इस अवसर पर सभी सीबीएसई स्कूलों में जनजातीय गौरव पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। आप यह खबर झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर चिन्मय विद्यालय, बोकारो में भी इस विशेष पखवाड़े का आयोजन किया गया. चिन्मय विद्यालय, बोकारो में कक्षा 3 से 12 तक के विद्यार्थियों ने जनजातीय गौरव पखवाड़ा का भव्य आयोजन किया.
इसमें छात्रों को झारखंड राज्य की संस्कृति, नृत्य, प्रकृति और गौरव से रूबरू होने का सुनहरा अवसर मिला। छात्रों ने दीवार कला, नृत्य, संगीत, चर्चाओं और प्रतियोगिताओं के माध्यम से बिरसा मुंडा को याद किया और उनके योगदान के बारे में जाना। इसी क्रम में बुधवार को एक विशेष सभा का भी आयोजन किया गया.
इसमें विद्यार्थियों ने झारखंड की समृद्धि के बारे में जाना. मुख्य अतिथि के रूप में विद्यालय के सचिव महेश त्रिपाठी, प्राचार्य सूरज शर्मा, उप प्राचार्य नर्मेंद्र कुमार एवं हेड मास्टर गोपाल चंद्र मुंशी उपस्थित थे. जनजातीय गौरव पखवाड़ा के दौरान विद्यार्थियों ने सभी को बिरसा मुंडा के जीवन के बारे में जानकारी दी और उनके बलिदान और योगदान के बारे में भी जानकारी दी.
विद्यालय में एक नवंबर से पखवाड़ा शुरू हुआ। पखवाड़ा समारोह के दौरान छात्रों ने कुछ विशेष दीवार पेंटिंग बनाईं और राज्य की संस्कृति को संरक्षित करने का संकल्प लिया। कहानी सुनाकर विद्यार्थियों ने बिरसा मुंडा की जीवनी पर प्रकाश डाला, विद्यार्थियों ने विशेष सेमिनार का आयोजन किया.
जनजातीय गौरव पखवाड़ा के तहत विभिन्न कक्षाओं में बिरसा मुंडा एवं झारखंड दिवस विषय पर आधारित परिचर्चा का आयोजन किया गया. इसमें कक्षा के सभी विद्यार्थियों ने चर्चा में अपनी भूमिका निभाई। इसके बाद आज आयोजित विशेष सभा में छात्रों ने सिद्धो और कान्हू पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया. छात्रों ने राज्य की संस्कृति को दर्शाते हुए झारखंड का लोक नृत्य छऊ प्रस्तुत किया। साथ ही पारंपरिक गीत भी प्रस्तुत किये गये.
जनजातीय गौरव पखवाड़ा के मौके पर विद्यालय सचिव महेश त्रिपाठी ने कहा कि झारखंड हमेशा से हर क्षेत्र में अव्वल रहा है. विदेशियों को देश से बाहर निकालने के लिए बिरसा मुंडा ने सबसे पहले विद्रोह किया था। झारखंड पूरे भारत में सबसे अधिक खनिज समृद्ध राज्य है। इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र में भी झारखंड के छात्र अव्वल रहते हैं. उन्होंने कहा कि हम सभी झारखंड के निवासी हैं और हमें इस पर गर्व होना चाहिए.
झारखंड की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य सूरज शर्मा ने कहा कि झारखंड राज्य की कला एवं संस्कृति पूरे भारत में सबसे सुंदर एवं अलौकिक है. यहां की संस्कृति से बहुत कुछ सीखा जा सकता है। श्री शर्मा ने आगे कहा कि हमारी संस्कृति, कला और सभ्यता को बचाये रखना हमारी जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य भी अव्वल है और यहां रहने वाला हर व्यक्ति भी अव्वल है.



