न्यूयॉर्क. महाकुंभ 2025 की कथाएँ, अमेरिका में भारतीयों का उदय और राष्ट्रीय पुस्तक पुरस्कार फाइनलिस्ट मेघा मजूमदार और प्रसिद्ध लेखक अमीश त्रिपाठी और देवदत्त पटनायक की रचनाएँ इस वर्ष के प्रमुख साहित्यिक उत्सव के केंद्र में होंगी, जो विश्व साहित्य में भारतीय लेखन का जश्न मनाएगा। ‘इंडो-अमेरिकन आर्ट्स काउंसिल’ (आईएएसी) द्वारा आयोजित आईएएसी साहित्य महोत्सव 2025, 15-16 नवंबर को आयोजित किया जाएगा।
दो दिवसीय कार्यक्रम में दक्षिण एशिया की समृद्ध साहित्यिक और सांस्कृतिक परंपराओं – पौराणिक कथाओं से लेकर आधुनिक पहचान, नवाचार और वैश्विक नागरिकता तक – पर चर्चा करने के लिए दुनिया भर के प्रतिष्ठित लेखक, विचारक और कहानीकार एक साथ आएंगे।
महोत्सव की निदेशक प्रीति उर्स ने कहा, “भारतीय साहित्य सीमाओं और पीढ़ियों को पार करके वैश्विक कल्पना को फिर से परिभाषित कर रहा है। यह महोत्सव जीवंत और प्रश्नवाचक आवाजों का संगम है जो हमें याद दिलाता है कि साहित्य सिर्फ एक कला नहीं है, बल्कि समझ की संरचना भी है।”
इस वर्ष के आयोजन में महाकुंभ से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), भारतीय व्यंजनों की कहानियों से लेकर अमेरिका में भारतीयों के सामाजिक और आर्थिक उत्थान तक विविध चर्चाएं शामिल होंगी। उत्सव के मुख्य आकर्षणों में आध्यात्मिक नेता सद्गुरु का एक सत्र शामिल है। इस अवसर पर सद्गुरु विचारक जैकब मैथ्यू की पुस्तक “सीकिंग द इनफिनिट: महाकुंभ 2025” का विमोचन भी करेंगे।
किताब में मैथ्यू और उनकी पत्नी शिल्पा की महाकुंभ यात्रा का वर्णन है। मेघा मजूमदार अपने नए काम “ए गार्जियन एंड ए थीफ” पर चर्चा करेंगी, जो 2025 के राष्ट्रीय पुस्तक पुरस्कार के लिए फाइनलिस्ट और अक्टूबर के लिए ओपरा विन्फ्रे के बुक क्लब चयन पर चर्चा करेगी।
आईएएसी साहित्य महोत्सव न्यूयॉर्क में भारतीय साहित्य का प्रमुख मंच है, जो वैश्विक स्तर पर विविधता, संवाद और भारतीय उत्कृष्टता को बढ़ावा देता है।



