संतोष श्रीवास्तव/न्यूज़11 भारत
पलामू/डेस्क:- झारखंड के पलामू जिले के पिपरा थाना क्षेत्र के चपरवार गांव में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से डंप किए गए कोयले को जब्त कर लिया है. जब्त कोयले की मात्रा लगभग तीन ट्रक के बराबर बताई जा रही है. यह कार्रवाई अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी की संयुक्त टीम ने की है, जिसके बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर आगे की आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह अवैध कारोबार कई महीनों से संगठित तरीके से चल रहा था. ओवरलोड कोयला ले जाने वाली गाड़ियाँ, विशेष रूप से बिहार की ओर जाने वाली गाड़ियाँ, पकड़े जाने से बचने के लिए अपने ओवरलोड कोयले को बीच रास्ते में गाँव की निजी भूमि पर अस्थायी रूप से डंप कर देती थीं। सूत्रों की मानें तो इस डंपिंग के लिए स्थानीय लोगों को प्रत्येक हाइवा डंप के लिए 500 रुपये का भुगतान किया गया था. इसके बाद बिहार से खाली लौटते समय वही हाइवा (ट्रक) डंप कोयला उठाकर वापस बिहार ले जाता था. यह क्रम कई महीनों से लगातार चल रहा था.
इस अवैध कारोबार का पर्दाफाश आज इसलिए हुआ क्योंकि बिहार में इस वक्त चुनाव चल रहा है, जिसके चलते अंतरराज्यीय और सभी प्रमुख मार्गों पर वाहनों की सघन चेकिंग चल रही है. सघन चेकिंग के कारण डंप किया गया यह कोयला वापस बिहार नहीं भेजा जा सका और यह गांव की जमीन पर ही पड़ा रहा. इस कारण यह अवैध डंप प्रशासन की नजर में आ गया. प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए डंप किये गये सभी कोयले को जब्त कर लिया और थाने में मामला दर्ज कराया. हालांकि, अभी तक यह खुलासा नहीं हुआ है कि जब्त कोयला किसका है, किस खनन क्षेत्र से आया था और यह पूरा अवैध खेल किसके इशारे पर चल रहा था. मामला अभी जांच का विषय है और ये सभी पहलू गुप्त हैं. इस घटना से एक बार फिर सवाल उठता है कि अवैध ओवरलोडिंग और कोयले की चोरी का यह पूरा मामला कोयला माफियाओं द्वारा चलाया जा रहा है जो सीधे तौर पर सरकार के राजस्व को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं.



