गोपाल सिंह, लखनऊ, लोकजनता: नगर निगम खुले में आश्रय स्थलों को खत्म कर 16 स्थानों पर पोर्टेबल कॉम्पेक्टर ट्रांसफर स्टेशन (पीसीटीएस) लगाने जा रहा है। इसके लिए निगम के पर्यावरण अभियंता कार्यालय ने टेंडर जारी कर दिया है. जोन 2, 5 और 8 में पीसीटीएस तीन महीने में तैयार हो जाएगा। पड़ाव घर बनने के बाद न तो सड़कों पर कूड़ा फैलेगा और न ही दुर्गंध आएगी।
कचरा संग्रहण वाहन जोन के विभिन्न क्षेत्रों में घरों से कचरा एकत्र कर पीसीटीएस में कैप्सूल बिन में डालेंगे। इसमें डंपर की तुलना में अधिक कूड़ा आएगा। पड़ाव घरों से कूड़ा जेसीबी से डंपर में डालने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे नगर निगम का समय और पैसा दोनों बचेगा। कूड़े को कैप्सूलनुमा डिब्बे में निस्तारण के लिए वाहनों से शिवरी प्लांट भेजा जाएगा। रास्ते में कहीं भी कूड़ा न तो दिखेगा और न ही बिखरा होगा। इससे वायु प्रदूषण भी कम होगा. पीसीटीएस पर दो डिब्बे होंगे। एक बार भर जाने पर इसे कूड़ा निस्तारण के लिए वाहन से शिवरी प्लांट ले जाया जाएगा। इसके स्थान पर पीसीटीएस में दूसरा बिन लगाया जाएगा।
यहां पीसीटीएस लगाया जाएगा
जोन 2 – नवाबगंज बिल्लौचपुरा, ईदगाह, औद्योगिक क्षेत्र, बुलाकी अड्डा और अलीतरंग।
जोन 5- तेजी खेड़ा कनौसी, होम गार्ड मुख्यालय, स्कूटर इंडिया इंडस्ट्रियल एरिया, मानक नगर, कनौसी ब्रिज और केसरी खेड़ा।
जोन 8- साउथ सिटी, माता की बगिया, सेक्टर 6 वृन्दावन योजना, सेक्टर 8बी वृन्दावन योजना एवं सभाघर।
तीन जोन में 16 पीसीटीएस लगाने के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। मंजूरी मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा। तीन माह में पीसीटीएस लगा दिया जाएगा। इससे खुले कूड़ेदान खत्म हो जाएंगे और सड़कों पर कूड़ा व गंदगी नजर नहीं आएगी।
संजीव प्रधान, पर्यावरण अभियंता, लखनऊ नगर निगम



