बिहार डेस्क | चुनाव 2025 | अपडेट किया गया: 11 नवंबर 2025
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 अपने निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है. आज तीसरे और अंतिम चरण में 122 सीटों पर वोटिंग ऐसा हो रहा है. इस चरण में कई दिग्गज नेताओं की साख दांव पर है 3 प्रदेश अध्यक्ष और 12 मंत्री शामिल हैं। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की अच्छी खासी भीड़ जुटी हुई है.
दिलचस्प प्रतियोगिताएं और सांख्यिकीय गणित
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक-
- अधिकतम 22 उम्मीदवार: चैनपुर, सासाराम और गया शहर सीट पर
- कम से कम 5 उम्मीदवार: लौरिया और चनपटिया विधानसभा सीट पर.
इन सीटों पर स्थानीय मुद्दे, जातीय समीकरणऔर मतदाताओं का पारंपरिक रुझान चुनाव नतीजों पर पड़ सकता है बड़ा असर.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, प्रशासन अलर्ट मोड पर
मतदान शांतिपूर्ण कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है-
- संवेदनशील और अति संवेदनशील बूथों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल
- वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगातार निरीक्षण
- ड्रोन और मोबाइल टीमों के माध्यम से कड़ी निगरानी
खासकर मतदाताओं में भी काफी उत्साह देखा जा रहा है युवा मतदाता और पहली बार मतदाता में।
बिहार की किस्मत का फैसला 14 नवंबर को होगा
दूसरे चरण के मतदान के बाद अब सबकी नजरें टिकी हैं 14 नवंबर लेकिन इतना तय है कि वोटों की गिनती के बाद यह तय हो जाएगा कि बिहार की सत्ता में किसकी वापसी होगी और कौन बाहर होगा.
तीसरे चरण के मतदान के बीच सभी राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीति तेज कर दी है-
- जनता दल (यू)
- भारतीय जनता पार्टी
- राष्ट्रीय जनता दल
- कांग्रेस
- और अन्य क्षेत्रीय पार्टियाँ
हर कोई वोटरों को लुभाने की पूरी कोशिश कर रहा है.
विकास बनाम परिवर्तन – किसे मिलेगा जनादेश?
इस बार का चुनाव विकास के दावों और बदलाव की पुकार के बीच फंसता नजर आ रहा है.
लोकतंत्र के इस सबसे बड़े उत्सव में बिहार की जनता पूरे उत्साह के साथ भाग ले रही है.
अब इंतजार है उस दिन का-
14 नवंबर2025 में कब साफ होगा कि बिहार की सत्ता किसकी है.
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