दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम एक भीषण कार विस्फोट से पूरा इलाका दहल गया। इस धमाके में अब तक 10 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि करीब 30 लोग घायल बताए जा रहे हैं. जांच में पता चला कि धमाका Hyundai i20 कार में हुआ था. दिल्ली पुलिस को पार्किंग एरिया का सीसीटीवी फुटेज मिला है, जिसमें एक संदिग्ध व्यक्ति कार के साथ अकेला नजर आ रहा है. फिलहाल दरियागंज रूट की गहराई से जांच की जा रही है, साथ ही 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे और टोल प्लाजा की रिकॉर्डिंग भी खंगाली जा रही है.
पार्किंग सीसीटीवी से खुला बड़ा राज!
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, संदिग्ध i20 कार दोपहर 3:19 बजे लाल किले की पार्किंग में दाखिल हुई और शाम 6:48 बजे बाहर निकली. धमाके से ठीक तीन घंटे पहले तक ये कार पार्किंग में खड़ी रही. पार्किंग स्थल तक पहुंचने से पहले वाहन ने कहां-कहां यात्रा की, इसका पता लगाने के लिए पूरी सड़क की फुटेज को स्कैन किया जा रहा है। निकासी के समय पार्किंग क्षेत्र में भारी भीड़ थी, जिससे जांच और भी जटिल हो गई।
ये हैं पुलिस की जांच के मुख्य पहलू
– आसपास लगे सभी कैमरों से यह समझने की कोशिश की जा रही है कि कार में कौन आया, किसने पार्क किया और कौन वापस ले गया?
– वाहन का पूरा रूट ट्रेस: पार्किंग स्थल तक की यात्रा और फिर लाल बत्ती तक।
– पार्किंग अटेंडेंट से कड़ी पूछताछ की योजना।
कार मालिक का खुलासा, नया मोड़!
i20 सलमान नाम के शख्स के नाम पर रजिस्टर्ड है, जिसे पुलिस ने हरियाणा से हिरासत में लिया था. पूछताछ के दौरान सलमान ने कबूल किया कि उसने गाड़ी ओखला में किसी को बेच दी है। फिलहाल दोनों से गहन सवाल-जवाब का दौर जारी है. पुलिस अब आरटीओ के जरिए असली मालिक की तलाश में जुटी है। दिलचस्प बात यह है कि कार पर दो अनसुलझे चालान लंबित हैं – एक फरीदाबाद में नो पार्किंग के लिए और दूसरा गुरुग्राम में। इस गाड़ी को सितंबर 2025 में फ़रीदाबाद में देखा गया था. जांच की हर कड़ी अब आतंक के एंगल से भी जोड़ी जा रही है!



