Red Fort Blast: दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम धीमी गति से चलती कार में जोरदार विस्फोट हुआ. इस धमाके में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 लोग घायल हो गए. लाल किले के पास हुए धमाके से पहले का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें संदिग्ध हुंडई i20 कार चलाता दिख रहा है. यही कार बाद में विस्फोट का कारण बनी. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, यह शख्स डॉ. मोहम्मद उमर है, जो फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा संदिग्ध आतंकी बताया जा रहा है. यह विस्फोट शाम के व्यस्त समय के दौरान हुआ, जब लाल किला और आसपास का इलाका पर्यटकों से भरा हुआ था।
दोपहर 3.19 बजे कार को पार्किंग में घुसते देखा गया
जानकारी के मुताबिक सोमवार शाम 6.52 बजे हुए धमाके से ठीक पहले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. यह गाड़ी करीब तीन घंटे तक लाल किले के पास सुनहरी मस्जिद के पास खड़ी रही। सीसीटीवी फुटेज में कार को दोपहर 3.19 बजे पार्किंग में प्रवेश करते और शाम 6.48 बजे पार्किंग से बाहर निकलते देखा गया, जिसके तुरंत बाद विस्फोट हुआ। शुरुआत में कार चला रहे शख्स का चेहरा साफ नजर आता है, लेकिन आगे बढ़ने पर कार की ड्राइविंग सीट पर एक नकाबपोश शख्स नजर आता है.
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दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज की मदद से ब्लास्ट वाली कार के रूट का पता लगाया गया है। फुटेज में कार को आखिरी बार बदरपुर बॉर्डर से शहर में प्रवेश करते देखा गया था. गाड़ी आगे कहां गई, इसकी जांच चल रही है।
Hyundai i20 कार मूल रूप से मोहम्मद सलमान की थी
जम्मू-कश्मीर के खुफिया सूत्रों के मुताबिक, धमाके में इस्तेमाल की गई हुंडई i20 कार मूल रूप से मोहम्मद सलमान की थी, जिसे सोमवार रात गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद इसका मालिक कई बार बदलता रहा। पहले इसे नादिम को बेचा गया, फिर फ़रीदाबाद सेक्टर-37 में पुरानी कारों के डीलर रॉयल कार ज़ोन को। जब इस शोरूम से जुड़े लोगों से संपर्क करने की कोशिश की गई तो सभी के मोबाइल नंबर बंद मिले। इसके बाद कार पुलवामा के तारिक ने खरीदी और फिर मोहम्मद उमर तक पहुंच गई.



